जगदलपुर। Jagdalpur controversy छत्तीसगढ़ के जगदलपुर का तोकापाल ब्लाक सोमवार को उस वक्त छावनी में तब्दील हो गया जब एक शव के अंतिम संसार को लेकर आदिवासी और एक समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। दरअसल, अदिवासियों का कहना है कि वे शव का दाह संस्कार करना चाहते हैं। लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों का कहना है कि धर्म परिवर्तन होने चलते वे अपने रीति-रिवाजों से शव को दफनाएंगे।
तोकापाल ब्लाक के भेजपदर पंचायत का मामला
बता दें कि बीते दिन तोकापाल ब्लाक के भेजपदर पंचायत में एक वृद्ध महिला की मौत हो गई थी। जिसके बाद शव के अंतिम संस्कार को लेकर दोनों समुदाय के लोगों के बीच विवाद विवाद उपज गया। जिसके बाद बाद पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मौके की नजाकत को देखते हुए बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार, एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल, सीएसपी विकास कुमार और केशलूर के एसडीओपी ऐश्वर्य चंद्राकर के अलावा टीआई और एसआई रैंक के दर्जनों पुलिस अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं।
भेजरी पदर पंचायत ईसाई बहुल इलाका
हलांकि, हालात अभी तक नियंत्रण में बताए जा रहे हैं, लेकिन एहतियात बरतते हुए पुलिस ने जवानों को वापस नहीं लौटया है। ताकि अगर कोई विपरीत स्थिति बनती है तो तत्काल उससे निपटा जा सके। स्थानीय पुलिस के मुताबिक भेजरी पदर पंचायत ईसाई बहुल इलाका है और यहां आदिवासियों के साथ समुदाय विशेष के लोग शव दफनाने की बात को लेकर भिड़ गए, जिसके बाद हालात बेकाबू होने लगे। फिलहाल मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी हालात नियंत्रण में बता रहे हैं।
शाम 6 बजे पुलिस निकालेंगी फ्लैग मार्च
दोनों पक्षों में बढ़ते तनाव को देखते हुए शाम 6 बजे पुलिस द्वार गांव में फ्लैग मार्च निकाले जाने की बीत कही गई है। पुलिस के अनुसार कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए स्थानीय लोगों से अपील जाएगी।