आज का मुद्दा: दमदार ‘संगठन’..बनाएगा ‘चैंपियन’, 61 जिलों में ऑब्जर्वर खोजेंगे जिलाध्यक्ष
संगठन में शक्ति है…ये कहावत हम और आप बचपन से सुनते आ रहे हैं…लेकिन मध्यप्रदेश में 2028 की लड़ाई से पहले संगठन की ताकत तौलने और उसमें दम भरने की कवायद बीजेपी और कांग्रेस दोनों कर रहे हैं…कांग्रेस पिछले कुछ वक्त से संगठन में जान फूंकने के लिए लगातार कदम उठा रही है…10 जून से कांग्रेस ऑब्जर्वर 61 जिलों में रेस के घोड़े यानी जिलाध्यक्ष ढूंढने निकलेंगे…इससे पहले भोपाल में राहुल गांधी साफ कह चुके हैं कि जिलाध्यक्ष क्षत्रपों के असिस्टेंट नहीं बनेंगे…मतलब साफ है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में अब पट्ठागीरी नहीं चलेगी…