राजदारों के नाम खोलेगा! जी हां हम बात कर रहें है. सौरभ शर्मा और उसके काले कारनामो की. मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में सौरभ शर्मा के कोर्ट में सरेंडर से लेकर लोकायुक्त के हिरासत में लेने तक प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ती नजर आई. 19 दिसंबर को लोकायुक्त के छापे के बाद से सौरभ फरार था. 9 साल आरटीओ आरक्षक की नौकरी करने वाला सौरभ कैसे करोड़ो का आसामी बन गया. ये सवाल 40 दिनों से चर्चा का विषय था. लेकिन अब जब सौरभ शर्मा लोकायुक्त की गिरफ्त में है. माना जा रहा है कि सौरभ के पीछे छुपे चेहरों के माथे पर अब चिंता की सिकन जरूर होगी.
MP Transfer Policy: नई ट्रांसफर पॉलिसी, Mohan Cabinet के फैसले पर मुहर, GAD ने जारी की नई गाइडलाइन
मध्य प्रदेश सरकार ने नई ट्रांसफर पॉलिसी जारी कर दी है. लंबे इंतजार के बाद जारी हुई यह तबादला नीति अहम...