ये तस्वीरें नहीं मुकम्मल बयान है.बयान अपने घर छिंदवाड़ा में नाथ के अकेले पड़ने का…बयान बीजेपी के नाथ का किला फतह करने के लिए पूरी ताकत लगाने का..क्या पिछले कुछ वक्त में कमलनाथ की पकड़ छिंदवाड़ा में ढीली पड़ी है.क्या नकुलनाथ को लेकर स्थानीय संगठन में नाराजगी है.ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के कई दीपक बीजेपी में उजाला कर रहे हैं तो दीपक सक्सेना को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है…सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान नाथ के दीपक के कमल को रोशन करने के संकेत दे रहे हैं.कमलनाथ ने सोमवार को दीपक सक्सेना को मनाने की हर संभव कोशिश की थी…पर लगता है दीपक 40 साल पुराना साथ छोड़ने का मन बना चुके हैं.साफ तो कुछ नहीं कहते पर इशारों में बड़े संकेत जरूर दे रहे हैं.
कमलनाथ और नकुलनाथ के बीजेपी में जाने का सियासी ड्रामा कई दिन तक चला था.नाथ तो नहीं आए लेकिन उनके कई करीबियों ने हाथ का साथ छोड़ा…24 के महासंग्राम से पहले दीपक सक्सेना को बीजेपी की तरफ से इतनी तवज्जो मिलना बताता है कि छिंदवाड़ा इस बार बीजेपी के मिशन में है.तभी तो सरकार कमलनाथ के हनुमान कहे जाने वाले दीपक सक्सेना के घर पहुंची.घर का सफर बीजेपी ने तय कर लिया है अब सवाल ये है कि क्या दीपक नाथ का साथ छोड़कर कमल का सफर कब पूरा करेंगे.
बंसल न्यूज के सवाल
1—सीएम का दीपक सक्सेना के घर जाना ‘नाथ’ के लिए बड़े झटके का संकेत है ?
2—क्या दीपक की नाराजगी दूर नहीं कर पाए कमलनाथ ?
3—दीपक सक्सेना के सहारे बीजेपी छिंदवाड़ा में माइंडगेम खेल रही है ?