भोपाल। G-20 की थिंक-20 बैठक का आज मंगलवार को दूसरा दिन है। इस आयोजन में 22 देशों के 94 मेहमानों के साथ देश-विदेश के 300 से ज्यादा मंत्री शामिल होंगे। 170 से ज्यादा मंत्री और प्रतिनिधि भी शामिल। कार्यक्रम में पधारे अतिथि आज रायसेन के पर्यटन स्थल सांची जाएंगे। समापन समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी शामिल होंगे। बता दें इसस पहले पहले दिन G-20 समिट के डेलीगेट्स ट्राइबल म्यूजियम पहुंचे थे, जहां उनका ढोल-नगाड़े बजाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया। जनजातीय संग्रहालय घूमने के डिनर हुआ। जी-20 के अंतर्गत थिंक-20 में पहले दिन 10 पेरेलल सेशन हुए, जिनमें विभिन्न विषय-विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सम-सामयिक मुद्दों, चुनौतियों और आर्थिकी पर गहन विचार-मंथन किया गया।
यह रहे मुद्दे
– इन्स्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क फॉर लाइफ
– प्रौद्योगिकी में नैतिकता
-‘इन्वेस्टिंग इन चिल्ड्रन : इन्वेस्टमेंट इन फ्यूचर’
-वूमेन एण्ड यूथ लेड डेव्हलपमेंट
-फायनेंसिंग रेजिलिएंट सिटीज एण्ड सोसायटीज
-‘ग्रीन एनर्जी एण्ड लॉजिस्टिक्स’
-‘इकोनॉमिक सिस्टम ट्रांसफार्मेशन’
-‘वन हेल्थ, वेलनेस एण्ड ट्रेडिशनल मेडिसिन’
-‘गोइंग बियांड जीडीपी : वेलबीइंग मेजरमेंट’
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों से चाय पर चर्चा की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जी-20 के अंतर्गत थिंक-20 कार्यक्रम में भोपाल आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने चाय पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने वैचारिक सत्र के समापन के बाद कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में डेलिगेट्स से भेंट एवं बातचीत की। इस अवसर पर समूह छायाचित्र भी लिया गया। नीति आयोग भारत सरकार के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, मध्यप्रदेश नीति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी और जी-20 देशों से आए डेलीगेट्स उपस्थित थे। डेलीगेट्स ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह की साज-सज्जा और भवन के कलात्मक स्वरूप की सराहना की।
अमेरिका, इंग्लैंड और अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधियों ने भी लगाए भोपाल में पौधे
सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ आज जी-20 के अंतर्गत थिंक-20 की बैठक में भोपाल आए विभिन्न देश के डेलीगेट्स ने स्मार्ट उद्यान (वॉटर विज़न पार्क) में भिन्न-भिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। नीति आयोग दिल्ली के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और मध्यप्रदेश नीति आयोग के प्रो. सचिन चतुर्वेदी उपस्थित थे। चौहान ने यूएसए, इण्डोनेशिया, यूके, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और अन्य राष्ट्रों से आए प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि वे वर्ष 2021 की नर्मदा जंयती से निरंतर पौधे लगा रहे हैं। लगभग दो वर्ष में भोपाल के अलावा जिस भी स्थान पर प्रवास होता है, वहां भी पौधा लगाने से उनके दिन की शुरुआत होती है। मध्यप्रदेश में पौध-रोपण जन-अभियान बनता जा रहा है।