Chhattisgarh Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में चर्चित शराब घोटाले मामले को लेकर आज आरोपी अनवर ढेबर और त्रिलोक ढिल्लन की जमानत याचिका पर ACB-EOW स्पेशल कोर्ट में सुनवाई होनी है।
दोनों आरोपियों ने यह जमानत याचिका कोर्ट में लगाई थी इसी के साथ शराब घोटाले के आरोपियों की आज पेशी भी होनी है। इस शराब घोटाले मामले में कई आरोपियों को हिरासत में लिया गया था।
ED ने टुटेजा को बताया है ‘आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम’
ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब 16 पन्नों पर ED ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है।
ED ने कहा है कि शराब घोटाले (Chhattisgarh Liquor Scam) में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे। उन्हें आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है।
घोटोले की ED और EOW कर रही जांच
शराब घोटाले (Chhattisgarh Liquor Scam) मामले में जहां सेन्ट्रल एजेंसी ED की टीम जांच कर रही है।
वहीं राज्य की एजेंसी EOW की टीम भी लगातार आबकारी मामले से जुड़े लोगों को समंस जारी कर पूछताछ कर रही है।
फिलहाल EOW शराब घोटाले के वांटेड त्रिलोक सिंह ढिल्लन से 2 मई तक पूछताछ की थी आज आरोपियों की कोर्ट में पेशी होनी है।
कैसे आया था घोटाला सामने
छत्तीसगढ़ सरकार के करीबी अफसर IAS अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा और CM सचिवालय की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ आयकर विभाग ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में 11 मई, 2022 को याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि छत्तीसगढ़ में रिश्वत, अवैध दलाली के बेहिसाब पैसे का खेल चल रहा है।
जिसमें रायपुर महापौर एजाज ढेबर का भाई अनवर धेनर अवैध वसूली करता है। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में दायर याचिका के आधार पर ED ने 18 नवंबर, 2022 को PMLA Act के तहत मामला दर्ज किया। आयकर विभाग से मिले दस्तावेज के आधार पर ED ने अब तक की जांच, गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ के बाद 2161 करोड़ के घोटाले की बात का कोर्ट में पेश चार्जशीट में जिक्र किया है।
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