Basant Panchami 2024: मां सरस्वती के पूजन का त्योहार बसंत पंचमी आज है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो आज विशेष खास योग में बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। पंचमी तिथि कब से कब तक रहेगी। आज कौन से विशेष योग बन रहे हैं चलिए जानते हैं पंडित राम गोविंद शास्त्री से।
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन कुंभ के सूर्य हो गए हैं। साथ ही पंचकों की समाप्ति भी हो रही है। ये सभी योग बसंत पंचमी को बेहद खास बना रहे हैं।
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बसंत पंचमी तिथि शुभ मुहूर्त (Basant Panchami Shubh Muhurat)
13 फरवरी प्रारंभ: मंगलवार शाम 7:36
13 फरवरी समाप्ति: बुधवार शाम 3:48
बसंत पंचमी पर इन चीजों का लगाएं भोग (Basant Panchami Bhog)
बसंत का अर्थ पीले रंग से लिया जाता है। इस दिन मां सरस्वती को पीले रंग की चीजें अर्पित की जाती हैं। सरस्वती पूजन में खास तौर पर पीले चावल, पीले लड्डुओं का भोग लगाने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं।
इस आसान विधि से घर पर बच्चों को कराएं विद्यारंभ संस्कार
बसंत पंचमी पर छोटे बच्चों का विद्यारंभ संस्कार किया जाता है। इस दिन विद्या या पढ़ाई की शुरुआत होती है। इसलिए बेहद आसान विधि है। जिसमें घर पर बच्चे को स्नान कराकर मोर पंख से स्लेट पर स्वास्तिक और ॐ लिखकर शुरुआत होती है।
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घर पर कैसे कराएं पट्टी पूजन
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार घर विद्यारंभ संस्कार में दो तरह का पूजन होता है। जिसमें पहला पट्टी पूजन और दूसरा मसी पूजन होता है। पट्टी पूजन में स्लेट के रूप में मां सरस्वती की पूजा की जाती है और मसी पूजन में कलम का पूजन किया जाता है। कलम को मां काली का प्रतीक माना जाता है। इसमें स्लेट पर स्वास्तिक और ॐ चिन्ह बनाकर विद्यारंभ संस्कार किया जाता है।
बसंत पंचमी पर इतने बजे समाप्त हो रहे हैं पंचक
14 फरवरी को बसंत पंचमी पर बुधवार को शाम 3:48 पर पंचकों की समाप्ति हो जाएगी।