Water Tank Cooling Tips: नौतापा में गर्मी सर-चढ़ कर बोल रही है. गर्मियों में हम एक भी दिन बिना नहाये नहीं रह सकते हैं. लेकिन गर्मियों में पानी की टंकी छत्त पर रखे होने की वजह से टंकी का पानी बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है. इस पानी से नहाना तो क्या आप हाथ भी नहीं धो सकते हैं.
इस पानी से नहाने के बाद हमे घमोरियां, लू जैसी परेशानियां आती हैं. गर्मी में तेज धूप की वजह से टंकी का पानी सुबह 9 बजे से ही गर्म हो जाता है. तो सुबह -सुबह भी ऑफिस या कॉलेज जाने के लिए नहाने का मन नहीं होता है.
अगर आप इसी समस्या से जूझ रहें हैं तो आज हम आपको ऐसे 4 तरीके बताएंगे जिनसे आप अपनी टंकी का पानी ठंडा रख सकते हैं.
थर्मोकोल से कवर करना
थर्मोकोल का उपयोग टंकी के आसपास करने से पानी ठंडा रखने में सहायता मिलती है। थर्मोकोल एक अच्छा इंसुलेटर है, जो बाहरी तापमान को टंकी के अंदर तक पहुँचने से रोकता है। इस प्रकार, गर्मी के दिनों में भी पानी की ठंडक बरकरार रहती है।
थर्मोकोल की परतें गर्मी को अब्सॉर्ब नहीं करतीं, जिससे पानी का तापमान लंबे समय तक कंट्रोल रहता है। यह विधि ऊर्जा की बचत के साथ-साथ पानी को ठंडा रखने का एक सस्ता और प्रभावी उपाय है।
आपको किसी भी स्टेशनरी की शॉप पर कम एमएम का पतला थर्मोकॉल मिल जाएगा. इस थर्मोकॉल को आपको टंकी के आजू-बाजू टेप की मदद से लगाना है. आपको थर्मोकॉल से पूरी तरह से टंकी के ऊपरी हिस्से को भी ढकना है.
आप चाहें तो टंकी के ढक्कन को भी थर्मोकॉल से ढक सकते हैं. थर्मोकॉल टंकी के पानी को तेज धूप में भी ठंडा रखता है.
वॉटर टैंक इंसुलेशन कवर
पानी को ठंडा रखने के लिए टंकी को वाटर टैंक इंसुलेशन कवर से ढकना एक प्रभावी उपाय है। यह कवर टंकी को बाहरी तापमान से सुरक्षित रखता है, जिससे गर्मी के मौसम में भी पानी ठंडा बना रहता है।
इंसुलेशन कवर सूरज की गर्मी को टंकी में प्रवेश करने से रोकता है और पानी के तापमान को स्थिर बनाए रखता है। इसके साथ ही, यह कवर टंकी की उम्र को भी बढ़ाता है और पानी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने में मदद करता है।
इस प्रकार, इंसुलेशन कवर आप ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से खरीद सकते हैं. आपको इन इंसुलेशन कवर को टंकी के आस-पास और ऊपरी हिस्से पर लगाना है.
टीन की चादर का इस्तेमाल
पानी ठंडा रखने के लिए एक सरल और प्रभावी तरीका यह है कि एक गोलकर को टीन की चादर से ढक सकते हैं.साथ ही उसे रेत और भूसे से भर सकते हैं। इस तरीके में टीन की चादर को गोल आकार में मोड़कर उसमें एक बड़ा घेरा बनाया जाता है।
इस घेरे को पानी की टंकी को रखा जाता है। टीन की चादर के और बर्तन के बीच के स्थान को रेत और भूसे से भर दिया जाता है, जो पानी को ठंडा रखने में मदद करता है। यह विधि पारंपरिक और सस्ते साधनों से ठंडक बनाए रखने का एक बेहतरीन तरीका है।
जूट के कट्टे का इस्तेमाल
आप टंकी का पानी ठंडा रखने के लिए टंकी को मोटे कट्टे से ढक सकते हैं। कट्टे की वजह से धूप सीधे टंकी पर नहीं पड़ती, जिससे पानी गर्म नहीं होता। इसके लिए आपको टंकी के साइज़ के हिसाब से कट्टे को आपस में सिलकर टंकी को ढकना है. कट्टे से सूरज की किरणों को टंकी तक डायरेक्ट नहीं पहुंचेंगी.
इससे पानी लंबे समय तक ठंडा बना रहता है और गर्मियों में भी ठंडक का अनुभव मिलता है। इस उपाय से पानी को ठंडा रखने के साथ-साथ, टंकी की उम्र भी बढ़ जाती है क्योंकि इससे टंकी पर सूरज की हानिकारक किरणों से सुरक्षित रहती है।