Corona In MP: कोरोना के कहर से दहला मप्र, 30 अप्रैल तक हो सकते हैं एक लाख सक्रिय मरीज…

भोपाल। प्रदेश में लगातार कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। रोजाना हजारों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं प्रदेश में मरीजों की संख्या का अनुमान लगाने में अधिकारी असफल हो रहे हैं। अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि प्रदेश में 30 अप्रैल तक 50 हजार मरीज हो सकते हैं। इसी हिसाब से सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की तैयारी कर रखी थी। अब प्रदेश में बढ़ रही संक्रमण की दर ने सभी अनुमानों को धराशायी कर दिया है। इसी वजह से जरूरी संसाधनों की किल्लत भी सामने आ रही है। प्रदेश में मरीजों को पूरी तरह ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। रोजाना ऑक्सीजन की कमी से मरीजों के परेशान होने की खबरें सामने आ रही हैं।
प्रदेश में हर दिन 300 टन मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। वहीं मंगलवार को केवल 244 टन ऑक्सीजन ही मिल पाई है। वहीं बुधवार को यह आपूर्ति 275 टन रही। वहीं रेमडेसेवियर इंजेक्शन भी केवल एक चौथाई मरीजों को ही मिल पा रहा है। हमीदिया अस्पताल के श्वास रोग विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. पराग शर्मा ने कहा कि भर्ती कुल मरीजों के करीब 40 फीसदी को ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है। प्रदेश में लगभग 21 हजार मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। इस लिहाज से हर दिन आठ हजार इंजेक्शन की जरूरत है।
रोजाना मिल रहे 4 हजार इंजेक्शन…
वहीं बुधवार को केवल 4 हजार इंजेक्शन ही मिल पा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो 30 अप्रैल तक प्रदेश में 1 लाख से ज्यादा सक्रिय मरीज हो सकते हैं। इनमें से 40 हजार मरीजों के अस्पतालों में भर्ती होने का अनुमान बताया गया है। अभी तक के आंकड़ों के हिसाब से केवल 10 प्रतिशत मरीजों को ही आईसीयू की जरूरत पड़ती है। इस हिसाब से करीब 4 हजार मरीजों को आईसीयू की जरूरत है। बता दें कि इसको देखते हुए सरकार भी तैयारी करने में जुटी है। हाल ही में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने रेड क्रॉस अस्पताल को भी कोविड सेंटर बताने की बात कही थी। वहीं जानकारी के मुताबिक भोपाल के एम्स के पूरे अस्पताल को कोविड सेंटर बनाने की भी तैयारी की जा रही है।
साथ ही निजी अस्पातों में भी बैड बढ़ाने की बात चल रही है। सरकार जरूरत पड़ने पर अस्थाई अस्पताल बनाने की भी तैयारी कर रही है। बता दें कि मप्र में कोरोना बेकाबू होता दिख रहा है। प्रदेश में बुधवार को 9,720 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं 51 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। बुधवार को इतनी संख्या में संक्रमित मरीजों और मृतकों का रिकॉर्ड आंकड़ा सामने आया है। वहीं अब तक प्रदेश में कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 4312 हो गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के 25 शहरों में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है।