हाइलाइट्स
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रिश्वतखोर जनपद कर्मचारी और 1 साथी पर FIR दर्ज
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लोकायुक्त टीम को चकमा देकर भागे थे आरोपी
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ग्राम पंचायत रानीगंज की सरपंच से मांगी थी रिश्वत
Tikamgarh: जनपद पंचायत जतारा में लोकायुक्त सागर की पुलिस टीम को देख रिश्वतखोर भाग खड़े हुए थे. सागर लोकायुक्त टीम ने जनपद पंचायत कर्मचारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था.
लेकिन पुलिस टीम को चकमा देकर जनपद कर्मचारी और उसका एक साथी मौके से फरार हो गया था. इसके बाद लोकायुक्त पुलिस टीम ने दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की है.
जनपद पंचायत जतारा के एपीओ राजेश मिश्रा और उसके साथी कंप्यूटर ऑपरेटर मुर्तजा अली के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में FIR दर्ज की गई है.
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) March 20, 2024
फाइल स्वीकार करने के लिए मांगी थी रिश्वत
सागर लोकायुक्त डीएसपी मंजू सिंह ने बताया कि टीकमगढ़ जिले की जतारा जनपद पंचायत का यह मामला है. जनपद कर्मचारी ने रानीगंज की सरपंच मक्खन अहिरवार से रिश्वत की मांग की थी.
दरअसल सरपंच सुदूर सड़क की फाइल लेकर जनपद सीईओ सिद्ध गोपाल वर्मा के पास पहुंचीं थी. सरपंच से जनपद सीईओ ने कंप्यूटर आपरेटर मुर्तजा अली के जरिए 15 लाख रुपए की सड़क स्वीकृत करने के बदले 2% कमीशन मांगा की मांग की थी.
15 हजार रिश्वत दे चुकी थी महिला सरपंच
महिला सरपंच ने रिश्वत के 15 हजार दे दिए थे. इसके बाद भी फाइल स्वीकृत नहीं की गई है. बता दें महिला सरपंच ने लोकायुक्त टीम के प्लान के तहत रिश्वत दी थी.
जिसकी रिकॉर्डिंग भी की गई थी. इस दौरान कार्यालय में पदस्थ एपीओ राजेश मिश्रा ने जिओ टैगिंग के नाम पर 10 हजार रुपए की मांग की थी. महिला सरपंच ने रिश्वत के 5 हजार रुपए एपीओ को भी दिए थे.
बाकी राशि 5 हजार बुधवार 20 जनवरी को देना तय हुआ था. लेकिन आरोपियों को इसकी भनक लग गई जिसके बाद आरोपी फरार हो गए.
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तीन दिन से जतारा में थी टीम
लोकायुक्त की टीम तीन दिन से जतारा में ही थी. बुधवार को जैसे ही टीम जनपद कार्यालय पहुंची तो कंप्यूटर आपरेटर मुर्तजा अली ने अपने पास बैठे यादवेंद्र यादव को रिश्वत के 5 हजार रुपए दिला दिए.
इसी दौरान मुर्तजा अली कार्यालय से भाग निकला. वहीं जिनके खिलाफ आरोप था वह दोनों एपीओ राजेश मिश्रा और जनपद सीईओ सिद्ध गोपाल वर्मा ऑफिस नहीं आए.
इसके बाद लोकायुक्त टीम ने शिकायत और साक्ष्यों के आधार पर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.