भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के मैनिट MANIT में बीते 13 दिनों से दहशत का पर्याय बने टाइगर को अखिरकार शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को पकड़ लिया गया। जैसे ही यह टाइगर वन विभाग ने के पिंजरे में फंसने की जानकारी लगी तो आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली।
बता दें कि यह टाइगर भोपाल के मैनिट में लगभग पंद्रह दिनों से घूम रहा था। यहां इस टाइगर ने 5 मवेशियों का शिकार किया है। जिसे पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे थे। अखिरकार टाइगर को पकड़ने में सफलता मिली। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि पिंजरे भी फंसे टाइगर को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ले जाकर शिफ्ट किया जाएगा।
मैनिट में टाइगर होने की पुष्टि बीते हफ्ते होने के बाद से ही यहां सुरक्षा बढ़ाने साथ ही उसके मूवमेंट वाले क्षेत्र को भी ब्लॉक कर वन विभाग उस पकड़ने के प्रयास में लगा हुआ था। जानकारी के मुताबिक यह टाइगर T- 21-421 है। जो भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( मैनिट ) में बीते दो हफ्तों से दहशत का पर्याय बना हुआ था। वन विभाग द्वारा लगाए ट्रैप कैमरे में इस टाइगर के दिखने के बाद से ही आधिकारिक रूप से पुष्टि हो सकी थी, जिसके बाद एडवायजरी जारी की गई थी। अब इस टाइगर को पकड़े जाने के बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ले जाकर शिफ्ट किया जाएगा।
वहीं जानकारी के मुताबिक भोपाल में 15 दिन में 2 टाइगरों का मैनिट में मूवमेंट होने की जानकारी है। दूसरे टाइगर T21-421 को वन विभाग ने पकड़ लिया, वहीं पहला टाइगर T 123 मैनिट का इलाका छोड़कर निकल गया। DFO आलोक पाठक के अनुसार लाइव पेट के जरिए टाइगर को पिंजरे में कैद किया जा सका। ट्रेंकुलाइज कर टाइगर के स्वास्थ की जांच की गई। इसके बाद उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के लिए भेज दिया गया।