नई दिल्ली। जब से एक रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि देश में ‘पेगासस स्पाईवेयर’ के जरिए कई लोगों के फोन ट्रैस किए जा रहे थे। इसके बाद से ही भारत में कोहराम मचा हुआ है। विपक्ष लगातार इस मामले को लेकर सरकार को घेर रही है। बतादें कि इजरायली कंपनी NSO ग्रुप इस स्पाईवेयर (Pegasus) को बनाती है। इस स्पाईवेयर को दुनिया का सबसे ताकतवर और खतरनाक वायरस माना जाता है। ऐसे में हम कैसे जान पाएंगे कि इस स्पाईवेयर का इस्तेमाल आपके फोन पर हुआ है या नहीं?
इस टूल से करें पता
बतादें कि इस स्पाईवेयर का पता लगाने के लिए मानवाधिकार, मानवीय मूल्यों की रक्षा और मानवीय स्वतंतत्रा के लिए काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक ऐसा टूल तैयार किया है जो पेगासस और उसके जैसे स्पाईवेयर की पहचान कर सकता है। इस टूल को मोबाइल वेरिफइकेशन टूलकिट (MVT) नाम दिया गया है। आइए जानते हैं क्या है ये टूल और कैसे काम करता है।
आईफोन में अच्छे से काम करता है टूल
इस टूल के बारे में एमनेस्टी इंटरनेंशनल ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर बताया कि आपके फोन पर पोगासस के जरिए टारगेट किया गया है या नहीं आप MVT की मदद से पता लगा सकते हैं। बतादें कि MVT एंड्रॉयड और IOS दोनों डिवाइस पर काम करता है। हालांकि, इस टूल से एंड्रॉयड के मुकाबले आईफोन में किसी स्पाईवेयर का पता लगाना आसान है क्योंकि एपल की सिक्योरिटी मजबूत है। MVT का कोड ओपन सोर्स है और यह github पर उपलब्ध है।
कैसे काम करता है MVT टूल?
हालांकि, इस टूल को कोई आम आदमी इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसके लिए टूल के लिए आपके सिस्टम में Pythom 3.6 का होना जरूरी है। इस टूल के इस्तेमाल से पहले फोन में मौजूद डाटा का बैकअप लेना होता है। उसके बाद MVT आपके फोन में मौजूद डाटा को डिकोड करता है कि कहीं फोन पर कोई हैकिंग या टैपिंग की कोशिश तो नहीं की गई है। ये टूल IOS के एन्क्रिप्टेड बैकअप को भी डिक्रिप्ट कर सकता है। अगर आप एपल मैक का इस्तेमाल करते हैं और देखना चाहते हैं कि आपके मैक पे कोई स्पाईवेयर का तो इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो इसके लिए आपको Xcode और Homebrew इंस्टॉल करने की भी जरूरत पड़ेगी।