भोपाल: देशभर में डायबिटीज, अस्थामा और दिल से संबंधित बीमारियों के कई मरीज हैं। इनके उपचार के लिए लोग आयुर्वेदिक इलाज भी ढ़ूंढते हैं, जिनमें से एक दवाई फालसा भी है, फालसा एक प्रकार का फल है जिसे दवाई के रुप में भी उपयोग में लिया जाता है। इसमें गुणकारी औषधि गुण पाए जाते हैं। कई शोध में फालसा को सेहत के लिए लाभकारी बताया गया है।
फालसा की खेती उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में की जाती है, यह लता की तरह होती है। जो कि गर्मी के दिनों में फलता है। स्वाद की बात करें तो इसका स्वाद रसभरी खट्टा मीठा है। बता दें कि फालसा का उल्लेख आयुर्वेद में भी मिलता है। आइए जानते हैं फालसे कैसे इन रोगों में फायदेमंद होता है…
अस्थमा के लिए भी गुणकारी
विशेषज्ञों के अनुसार अस्थमा के मरीजों के लिए फालसा गुणकारी माना जाता है। क्योंकि इसमें फाइटोकेमिकल्स पाया जाता है, जो कि अस्थमा मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसका सेवन जूस के रूप में कर सकते हैं, इससे सांस संबंधी बीमारियों में आराम मिलता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
इसके साथ ही विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर कंट्रोल करना बिलकुल आसान नहीं होता है। तो अगर आप भी डायबिटीज के शिकार हैं और आपका ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं हो पा रहा है तो आप फालसे का सेवन कर सकते हैं। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
दिल के लिए लाभकारी
फालसे में कई ऐसे गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो कई रोगों में फायदेमंद होते हैं। जैसा कि हम सब जानते हैं कि फालसा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। अतः इसके सेवन से वजन नियंत्रित रहता है। चूंकि मोटापे के चलते दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। फालसे दिल के लिए लाभकारी होता है। इसके सेवन से दिल स्वस्थ रहता है।
डॉक्टर की सलाह के बीना ना करें उपयोग
बता दें कि अगर आपको इनमें से कोई भी बीमारी है और आप फालसे का उपयोग करना चाहते हैं तो इसके पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। क्योंकि बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।