नई दिल्ली। देश में तीसरी लहर दस्तक दे चुकी हैं। अभी कोरोना की दूसरी लहर ही नहीं गई थी कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने दुनिया में तीसरी लहर का एलान कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने बताया कि भारत में भी इसका खतरा दिखने लगा हैं। कोरोना के मामले और मौतों की संख्या भी एक बार फिर बढ़ने लगी हैं जिसके चलते तीसरी लहर की चेतावनी दी हैं। सरकार भी तीसरी लहर को लेकर पहले से ज्यादा सतर्क है। वहीं दिल्ली हाई कोर्ट ने भी केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि हम तीसरी लहर से ज्यादा दूर नहीं हैं। ऐसे में तैयारियां शुरू कर देने चाहिए। भारत में दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर कितनी घातक होगी, इसका जवाब देला थोड़ा मुश्किल हैं।
इस वजह से दूसरी लहर हुई थी भयावह
दूसरी लहर के भयावहता को लेकर कहा कि टीकों, ऑक्सीजन, दवाओं, अस्पतालों में बिस्तरों की कमी ने इसे अधिक विनाशकारी बना दिया। तीसरी लहर को वर्तमान की तुलना में बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जाएगा। AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि तीसरी लहर को हम अधिक नियंत्रित कर पाएंगे, क्योंकि इसमें मामले ज्यादा नहीं आएंगे। टीकाकरण अभियान की वजह से हम इसे रोक पाने में ज्यादा कामयाब होंगे। बता दें कि अभी तक देश में 26 करोड़ से अधिक लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं।
बाहार के देशों में शुरू हो गई तीसरी लहर
अमेरिका और यूरोप में तीसरी लहर शुरू हो गई हैं। वैक्सीन के चलते कोरोना के मामलें और मौतों में कमी आई। लेकिन प्रमुख टेड्रोस के मुताबिक दुनियाभर में संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। माना जा रहा था कि सप्ताह में लगातार ऐसा चौथा सप्ताह था जिसमें मामलो में कमी आ रही थी पर अब कोरोना के मामलों में वृद्दि दिख रही हैं।