हाइलाट्स
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मुंबई में चोरी को अजीबोगरीब केस
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…तो चोर ने लौटाया सामान
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इमोशनल लेटर लिखकर माफी मांगी
Mumbai News: मुंबई से चोरी का एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है।
यहां चोरी करने के बाद जब एक चोर को पता चला कि उसने एक प्रसिद्ध कवि के घर से समाना चुराया है तो उसे पछतावा हुआ और उसने चोरी किया कीमती सामान लौटा (Mumbai News) दिया।
LED समेत चुरा ले गया था कीमती सामान
मुंबई पुलिस ने मंगलवार (16 जुलाई) को बताया कि चोर ने रायगढ़ जिले के नेरल में स्थित नारायण सुर्वे के घर से LED समेत कीमती सामान चुराया था।
नारायण सुर्वे प्रसिद्ध मराठी कवि और सामाजिक कार्यकर्ता (Mumbai News) थे।
10 दिनों से बंद था घर
सुर्वे के निधन के बाद से उनकी बेटी सुजाता और उनके पति गणेश घारे अब इस घर में रहते हैं।
हाल में वे अपने बेटे के पास विरार गए थे और उनका घर 10 दिनों से बंद था। जिसका फायदा उठाकर चोर घर में घुसा और LED समेत कीमती सामान चुरा ले (Mumbai News) गया।
…इसके बाद चोर को हुआ पछतावा
सूने घर में अगले दिन चोर फिर जब कुछ और सामान चुराने आया तो उसने एक कमरे में नारायण सुर्वे की तस्वीर और उनसे जुड़ी यादगार चीजें देखीं।
तब चोर को पता चला कि यह मशहूर कवि का घर है। इसके बाद चोर को पछतावा हुआ और उसने जो भी सामान चोरी करने के लिए उठाया था, उसे वापस रख (Mumbai News) दिया।
चोर ने लेटर लिखकर मांगी माफी
इसके बाद चोर ने दीवार पर एक छोटा सा इमोशल नोट चिपका दिया, जिसमें उसने महान साहित्यकार के घर से चोरी करने के लिए मालिक से माफी मांगी।
नेरल थाने के पुलिस इंस्पेक्टर शिवाजी धवले ने बताया कि सुजाता और उनके पति जब रविवार (14 जुलाई) को विरार से घर लौटे तो उन्हें यह नोट मिला।
हालांकि, पुलिस TV सेट और अन्य चीजों से मिले फिंगर प्रिंट के आधार पर आगे की जांच (Mumbai News) कर रही है।
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प्रसिद्ध मराठी कवि सुर्वे
मुंबई (Mumbai News) में जन्मे प्रसिद्ध मराठी कवि सुर्वे की कविता और लेखों में शहरी मजदूर वर्ग के संघर्षों का चित्रण देखने को मिलता है।
84 साल की उम्र में 16 अगस्त 2010 को उनका निधन हो गया था। सुर्वे ने कवि बनने से पहले जिंदगी एक अनाथ के रूप में मुंबई की गलियों में गुजारी थी।
इसके बाद उन्होंने हाउस हेल्पर, होटल में डिशवॉशर, दाई, पालतू कुत्ते की देखभाल करने वाला, दूध वाला, कुली और एक मजदूर जैसे कई छोटे काम करके अपना गुजारा किया।
उनकी प्रमुख कविताओं में उस्मान अली, मेरे शब्द, लेनिन, एक नए घमासान में, दबाव नहीं डालें आप, माफ कीजिए, रायटर्स पार्क, पोस्टर आदि शामिल हैं।