Hina Khan Breast Cancer: एक्ट्रेस और बिगबॉस फेम हिना खान ब्रैस्ट कैंसर से पीड़ित है. शुक्रवार को एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इसकी जानकारी दी है. हिना खान ने स्टोरी पोस्ट कर लिखा कि “मैं सभी लोगों को कुछ जरूरी बात बताना चाहती हूँ, मुझे स्टेज थ्री ब्रेस्ट कैंसर है”.
हिना खान ने पोस्ट के जरिए अपने फैन्स से प्राइवेसी की मांग की है. उन्होंने कहा है कि “इस स्तिथि को मैं मेरे परिवार के साथ पार कर लूंगी. आज हम जानेंगे कि आखिर ब्रैस्ट कैंसर क्या होता है और इसकी पहचान आप कैसे कर सकते हैं.
हिना की इमोशनल पोस्ट
एक्ट्रेस हिना खान ने शुक्रवार को ब्रैस्ट कैंसर से पीड़ित होने की जानकारी इंस्टाग्राम में इमोशनल पोस्ट के जरिए दी है. उन्होंने पोस्ट में अपने फैन्स के लिए इमोशनल नोट लिखा है. उन्होंने इस नोट में लिखा “हाल ही में आई अफवाह को संबोधित करते हुए, मैं सभी हिनाहोलिक्स और उन सभी लोगों के साथ कुछ महत्वपूर्ण समाचार साझा करना चाहती हूँ जो मुझसे प्यार करते हैं और मेरी परवाह करते हैं.
मुझे स्टेज थ्री ब्रेस्ट कैंसर का पता चला है.
इस चुनौतीपूर्ण निदान के बावजूद, मैं सभी को आश्वस्त करना चाहती हूँ कि मैं ठीक हूँ. मैं मजबूत, दृढ़ निश्चयी हूँ और इस बीमारी पर काबू पाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूँ. मेरा इलाज पहले ही शुरू हो चुका है, और मैं इससे और भी मजबूत होकर उभरने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार हूँ”.
क्या होता है ब्रैस्ट कैंसर
ब्रैस्ट कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें महिलाओं के ब्रैस्ट में एब्नार्मल सेल्स (असामान्य कोशिकाएं) अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं, जिससे ट्यूमर बनता है, जिसमें लिंग, आयु, पारिवारिक इतिहास, जेनेटिक्स और हार्मोनल परिवर्तनजैसी समस्या बढ़ने लगती है.
कई बार ब्रैस्ट कैंसर में शुरुआत में लक्षण दिखते नहीं है. लेकिन सामान्य लक्षणों में गांठ, स्तन के आकार या साइज़ में बदलाव और एब्नार्मल निप्पल डिस्चार्ज शामिल है. ब्रैस्ट कैंसर का इलाज सर्जरी, रेडिएशन , कीमोथेरेपी या हार्मोन थेरेपी से किया जा सकता है, और जागरूकता और नियमित जांच महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं.
क्यों होता है ब्रैस्ट कैंसर
अधिकतम महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत होती है. जानकारी के मुताबिक लगभग 99% कैंसर महिलाओं और 1% ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत पुरुषों में होता है. ब्रेस्ट कैंसर का कारण कई हो सकते हैं जैसे बढ़ती उम्र, मोटापा, शराब और केमिकल का ज्यादा उपयोग.
ब्रेस्ट कैंसर ज्यादातर 40 वर्ष से ज्यादा वाली महिलाओं को होता है. इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं.
शारीरिक रूप से सक्रिय न रहना.
मीनोपॉज के बाद मोटापा या अधिक वजन होना.
5 साल से ज्यादा समय तक हॉरमोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेना.
बच्चे को स्तनपान न कराना.
शराब-धूम्रपान की समस्या.
रात में देर से सोना, जिससे हॉर्मोन में बदलाव हो सकता है.
क्या हैं शहरी महिलाओं के पीड़ित होने का कारण
ये चीज देखी गई है कि अधिकतर शहर में रहने वाली महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की समस्या से पीड़ित होती हैं। आप चाहे हिना खान को देखे या सोनाली बेंद्रे को, ये हमें सोचने पर मजबूर करता है की आखिर शहर की महिलाओं में इतने घातक बीमारी के आम होने के कारण क्या है!
लाइफस्टाइल
अगर एक्ट्रेसेज की बात करें तो इसका सबसे बड़ा कारण उनकी अनुचित जीवनशैली हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सोने, उठने, खाने और पीने का समय नियंत्रित होता है जिसके कारण वे खुद को स्वस्थ बनाएं रखती हैं। इसके साथ ही उनकी हेल्दी लाइफस्टाइल, बैलेंस्ड डाइट और उचित जीवन शैली उन्हें हेल्दी जीवन जीने में मदद करती हैं।
दूसरी तरफ एक्ट्रेसेज की जीवन शैली को देखा जाए तो पार्टी कल्चर, अल्कोहल का उपयोग, एक्सरसाइज की कमी और खासकर के ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट इसका सबसे बड़ा कारण हैं। इसके साथ अधिक स्ट्रेस,गलत आदतें, और खराब डाइट शामिल होते हैं जो ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ावा देते हैं।
रिप्रोडक्टिव पैटर्न्स
शहरी क्षेत्रों में महिलाएं अक्सर कई कारणों से चाइल्ड बर्थ में देरी करती हैं जो ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा देता हैं। बड़े शहरों में अक्सर देखा गया हैं की अच्छे करियर और काम की तलश में महिलाएं अपनी हेल्थ को नजरअंदाज करती हैं।
हालांकि ये बात साइंटिफिक तौर पर सिद्ध की गई है की 30 साल की उम्र तक हेल्दी चाइल्ड बर्थ होता है और इस उम्र के बाद कई परेहनियों का सामना भी करना पड़ सकता है। ब्रेस्ट कैंसर उन घातक परेशानियों में से एक हैं।
साथ ही ये भी माना जाता है की सही ढंग से ब्रेस्टफीडिंग नहीं करवाने से भी इसका खतरा बढ़ सकता है।
हेल्थ केयर
शहर में सभी प्रकार के इलाज होने के बावजूद भी महिलाएं इससे पीड़ित होती हैं। इसे पहचानना कठिन है क्यों की ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग आमतौर पर केवल 40 वर्ष के बाद करायी जाती है जिससे इसे पहचानने में देरी हो सकती हैं।
इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता की बॉलीवुड सेलेब्स के ठीक होने का सबसे बड़ा कारण महंगे इलाज और केयर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां लोगों को उचित इलाज नहीं मिल पाता या किसी कारण इसका खर्च नहीं उठा पाते, वहां कैंसर से मरने वाली महिलाओं की संख्या शहर से आधी हैं।
वातावरण
वातावरण में मौजूद कुछ केमिकल, रेडिएशन और पॉल्युशन कैंसर के मुख्य कारण हो सकते हैं। इनमे इंडस्ट्री से निकलने वाले केमिकल्स, जैसे कि बेंजीन, फॉर्मेल्डिहाइड और डाइऑक्साइन, हाई टेम्परेचर या रेडिएशन के अवशेष जैसे आयोनाइजिंग रेडिएशन , ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकते हैं।
भारत में क्या कहता है आंकड़ा
इसके साथ शहरों में भी कैंसर से डेथ रेट काफी बढ़ गया हैं। अगर भारत की बात की जाए तो हर साल 100000 महिलाओं में से 126 महिलाएं कैंसर के कारण अपनी जान से हाथ धो बैठती हैं। पीड़ित महिलाओं में सबसे आम ब्रेस्ट कैंसर को देखा गया हैं।
कैंसर एक जानलेवा हेल्थ कंडीशन है जिसके लिए उचित मेडिकल सहायता जरूरी है। लेकिन ऐसे कई स्थितियां हैं जहां उचित इलाज के बाद भी इसे ठीक नहीं किया जा सकता।
ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ने के कारण
ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर से ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ते मामलों की वजह इसके बारे में कम ज्ञान और स्क्रीनिंग, लाइफ स्टाइल में बदलाव (चाइल्ड बर्थ, ब्रेस्ट फीडिंग, मोटापा), और जेनेटिक कारक (BRCA म्यूटेशन) हैं।
साथ ही इसे डिटेक्ट करना मुश्किल होता है। इसके विपरीत, ओवेरियन कैंसर में समय पर इलाज न होने से लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
क्या है इससे बचने के उपाय?
ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता, इसके लक्षण, समस्याएं, और सेल्फ-एग्जामिनेशन के तकनीकों का ज्ञान समय पर इलाज के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही, हेल्दी लाइफ स्टाइल जैसे बैलेंस डाइट, डेली एक्सरसाइज ,अच्छी नींद, और नियमित जांचें भी उतने ही जरूरी हैं। ये कदम पहले निदान की ओर ले जा सकते हैं और मरीज के परिणामों में सुधार कर सकते हैं।
जैसे देर से शादी करना, देर से बच्चे पैदा करना, बिल्कुल भी बच्चे न होना और ग्रामीण इलाकों के बजाय शहर में रहना. एक अन्य कारण हार्मोन में बदलाव हो सकता है, जैसे कि मासिक धर्म सामान्य से पहले शुरू होना.
कितने प्रकार के होते हैं ब्रैस्ट कैंसर
डक्टल कार्सिनोमा इन सीटू (DCIS): यह कैंसर केवल दूध की नलियों में पाया जाता है और अभी तक स्तन के अन्य ऊतक (tissue) में नहीं फैला होता।
इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा (IDC): यह सबसे आम प्रकार का स्तन कैंसर है। यह दूध की नलियों से बाहर निकलकर स्तन के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।
लोब्युलर कार्सिनोमा इन सीटू (LCIS): यह कैंसर केवल स्तन के लोब्यूल्स (दूध उत्पादन करने वाले ग्लांड्स) में पाया जाता है और इसे आमतौर पर कैंसर नहीं माना जाता, लेकिन यह भविष्य में कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
इनवेसिव लोब्युलर कार्सिनोमा (ILC): यह कैंसर लोब्यूल्स से शुरू होता है और आसपास के स्तन ऊतक (tissue) में फैल सकता है।
ट्रिपल नेगेटिव ब्रैस्ट कैंसर: यह प्रकार कैंसर एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, और HER2/neu प्रोटीन रिसेप्टर्स के लिए नकारात्मक होता है। इसका इलाज करना कठिन हो सकता है।
HER2-पॉजिटिव ब्रैस्ट कैंसर: इस प्रकार के कैंसर में HER2 प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है, जो कैंसर कोशिकाओं को तेजी से बढ़ने में मदद करती है।
इंफ्लेमेटरी ब्रैस्ट कैंसर: यह एक दुर्लभ और आक्रामक प्रकार का कैंसर है जिसमें स्तन लाल, सूजा हुआ और गर्म महसूस होता है।
पेजेट डिज़ीज़ ऑफ द निप्पल: यह एक दुर्लभ प्रकार का स्तन कैंसर है जो निप्पल और एरियोला (निप्पल के आसपास की गहरे रंग की त्वचा) को प्रभावित करता है।
कैंसर से कैसे बचें
कैंसर से बचने के लिए आप कई रोजमर्रा की जिंदगी में कई तरह की सावधानियां अपना सकते हैं. जैसे सुरक्षात्मक सेक्सुअल रिलेशन बनाएं, धूम्रपान से बचें, अल्कोहल का सेवन कम करें, वजन को कंट्रोल में रखें, तनाव से रहें दूर रहें. इसके अलावा आप अपने डेली रूटीन में कैंसर से बचने के लिए 5 तरह के व्यायाम शामिल कर सकते हैं. जैसे हठ योग, विन्यास योग, रिस्टोरेटिव योग, योग निद्रा , प्राणायाम (श्वास व्यायाम)
सेलिब्रिटीज भी हुई कैंसर का शिकार
हिना खान से पहले भी बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस को भी ब्रैस्ट कैंसर हो चुका है. हिना खान से पहले ताहिरा कश्यप 2018 में स्तन कैंसर, सोनाली बेंद्रे को 2018 में स्टेज 4 मेटास्टेटिक कैंसर, महिमा चौधरी को महिमा चौधरी को 2022 में स्तन कैंसर, मुमताज को 2002 में 54 वर्ष की आयु में अभिनेत्री मुमताज को स्तन कैंसर, नवंबर 2012 में मनीषा कोइराला को डिम्बग्रंथि के कैंसर का पता चला था.