मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने हाल ही में एक सर्वे कराया, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है…. इसके मुताबिक, कांग्रेस में 61 हजार बूथ लेवल एजेंट हैं, लेकिन सिर्फ 12 हजार ही कट्टर कांग्रेसी हैं… 49 हजार बीएलए Inactive हैं।इनमें 3 हजार बीजेपी आईडियोलॉजी वाले हैं… दरअसल कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने के मकसद से एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत सर्वे कराया था.. इस सर्वे वेरिफिकेशन में पुराने 49 हजार बीएलए Inactive मिले… जबकि बीजेपी आईडियोलॉजी अपना चुके 3 हजार बीएलए अब कांग्रेस में नहीं है, लेकिन अब भी वह कांग्रेस के रिकार्ड में बीएलए हैंययय बाकी 46,000 बीएलए पूरी तरह से इनएक्टिव बताए जा रहे हैं। जिन्हें कांग्रेस ने हटाने का फैसला लिया है… सबसे ज्यादा खराब स्थिति विदिशा और रायसेन से जिलों में है.. जहां बूथ स्तर पर संपर्क और वेरिफिकेशन में बड़ा चौकाने वाला आकड़ा सामने आया हैं… दरअसल यहां के सबसे ज्यादा बीएलए कांग्रेस की आईडियोलॉजी छोड़ चुके हैं और बीजेपी की आईडियोलॉजी को अपना चुके हैं.. अब कांग्रेस पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऐसे कार्यकर्ताओं को ढूंढेंगी, जो कट्टर कांग्रेसी विचारधारा के है। उन कार्यकर्ताओं को 49 हजार पदों पर बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किया जाएगा। इनके अलावा नए 1 हजार बीएलए बनाए जाएंगे। इस तरह प्रदेशभर में बीएलए की संख्या बढ़कर 62 हजार हो जाएगी… कांग्रेस ने 30 सितंबर तक कट्टर बीएलए की सूची मांगी है। 62 हजार बूथ लेवल एजेंटों की लिस्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी। ताकि आयोग के साथ मिलकर ये वोटर लिस्ट को अपडेशन कर सकें।