डिंडौरी। जिले में प्रसुती सहायता योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। आपको बता दें वर्ष 2022 में प्रसुती सहायता योजना से मिलने वाली 16 हजार रुपये की सहायता राशि को लेकर फर्जीवाड़ा हुआ है। जिसको लेकर स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं मामला उजागर होने के बाद आनन फानन में विक्रमपुर के ब्लाक मेडिकल आफिसर ने अधिकारी को जांच के आदेश दिए है।
जांच के लिए बनी कमेटी
साथ ही सख्त कार्रवाई के आदेश दिए है। इसको लेकर 3 अफसरों की टीम भी बनाई लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी है। फर्जीवाड़े के मास्टर माइड का अब तक पता नहीं चल सका है। बसपा नेता असगर सिद्दीकी ने स्वास्थ्य विभाग पर गम्भीर आरोप लगाते हुए फर्जीबाड़े में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
गर्भवती महिला को मिलते है 16 हजार रुपए
गर्भधारण के पश्चात आंगनबाड़ी व स्वास्थ्य केंद्र में पंजीयन पर 4 हजार और प्रसव उपरांत महिला को 12 हजार रुपए दिए जाते हैं। पंजीयन के समय बनाई गई यूनिक आईडी का उपयोग कर संबंधित राशि महिला के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर कर दी जाती है।
योजना में हुआ फर्जीवाड़ा
लेकिन कई उपस्वास्थ्य केंद्रों में पंजीयन कर यूनिक आईडी के जरिये कई फर्जी महिलाओं का संस्थागत प्रसव दिखा दिया गया और उनके खातों में सोलह -सोलह हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए गए। इधर जांच के दौरान उपस्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ हेल्थ वर्करों ने भी लिखित रूप से जानकारी दी है कि फर्जीबाड़े में जिन महिलाओं के नाम सामने आये हैं।
एफआईआर दर्ज करने की मांग
उनका पंजीयन नही किया गया वहीं मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मामले में जांच की बात कह रहे है उनका कहना हैं कि अबतक फर्जीबाड़े में पच्चीस लोगों की जानकारी सामने आई है लेकिन आंकड़े और भी बढ़ने की उम्मीद है इधर बसपा नेता असगर सिद्दीकी ने स्वास्थ्य विभाग पर गम्भीर आरोप लगाते हुए फर्जीबाड़े में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
ये भी पढ़ें
Surrogacy Mother: इंडोनेशिया में किराए की कोख से बच्चा पैदा करना आसान नहीं, जानें विस्तार से
Ujjain Mahakal: भ्रमण पर निकले बाबा, महाकाल की दूसरी सवारी, चंद्रमोलेश्वर रूप में दिए दर्शन
Jio Recharge Plan: ये हैं जियो के सबसे सस्ते प्लान, अब इतने कम दाम पर मिलेगा अनलिमिटेड डेटा
Hareli Tihar festival: सीएम हाउस में दिखी छत्तीसगढ़ी सभ्यता की झलक, धूमधाम से मनाया हरेली त्योहार