जिनेवा, आठ जनवरी (एपी) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 रोधी टीके की दो खुराकों के बीच अंतराल को छह सप्ताह तक विस्तारित किया जा सकता है।
डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों के टीकाकरण संबंधी रणनीतिक सलाहकार समूह ने टीके की पूर्ण समीक्षा के बाद औपचारिक रूप से अपना परामर्श प्रकाशित किया।
इसने कहा कि टीकों की खुराकों के बीच 21 से 28 दिन तक का अंतराल हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने इसके साथ ही यह भी कहा कि कई देशों को कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के साथ ही टीके की आपूर्ति में बाधा संबंधी असाधारण परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है और कई देश शुरुआती कवरेज को बढ़ाने के लिए दूसरी खुराक देने में विलंब करने पर विचार कर रहे हैं।
इसने कहा कि ‘‘महामारी संबंधी असाधारण परिस्थितियों’’ के मद्देनजर ‘‘व्यावहारिक रुख’’ अपनाए जाने पर विचार किया जा सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वर्तमान में उसका परामर्श यह है कि फिलहाल उपलब्ध चिकित्सकीय परीक्षण डेटा के आधार पर दो खुराकों के बीच अंतराल को 42 दिन (छह सप्ताह) तक बढ़ाया जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य निकाय की प्रवक्ता डॉक्टर मार्गरेट हैरिस ने कहा कि महामारी से बुरी तरह प्रभावित ब्रिटेन ने दूसरी खुराक में 12 सप्ताह तक का विलंब करने का निर्णय किया है और अंतराल को विस्तारित किए जाने से मिलने वाला डेटा डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों में संभावित संशोधन में मदद प्रदान कर सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जो देश दूसरी खुराक में अंतराल को विस्तारित करना चाहते हैं, वे सुनिश्चित करें कि पहली खुराक प्राप्त कर चुके लोगों को दूसरी खुराक अवश्य मिले।
इसने कहा कि पहले संक्रमण के छह महीने के भीतर किसी व्यक्ति का लक्षणों के साथ पुन: संक्रमित होना ‘‘दुर्लभ’’ है, इसलिए जो लोग पहले छह महीनों के भीतर संक्रमित रह चुके हैं, वे इस अवधि के खत्म होने तक अपने टीकाकरण में विलंब कर सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि फिलहाल बूस्टर खुराक की आवश्यकता से जुड़ा कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है।
एपी नेत्रपाल पवनेश
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