Street Dog Attack: जैसे-जैसे आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे उनका आतंक भी देशभर में बढ़ता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट कहती है कि भारत में चीन के बाद सबसे ज्यादा आवारा कुत्ते हैं.
रिपोर्ट में ऐसे कुत्तों की संख्या छह करोड़ से अधिक बताई जाती है. लेकिन मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा 2019 में की गई पशुधन गणना में आवारा पशुओं की संख्या दो करोड़ तीन लाख बताई गई है. जिसमें एक करोड़ 53 लाख आवारा कुत्ते हैं.
हाल ही में दिल्ली-एनसीआर में दो सगे भाइयों को कुत्ते ने काट लिया था और फिर उनकी मौत हो गई थी. बता दें कि आवारा कुत्तों के हमले में मौत होने पर आश्रितों या घायलों को केंद्र सरकार की ओर से किसी भी प्रकार के मुआवजे का प्रावधान नहीं है.
इन सबके बीच आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने वाले हैं, जहां पर एक भी आवारा कुत्ता नहीं हैं. आइए जानते हैं वह देश कौन सा है? जिसने आवारा कुत्तों से पूरी तरह छुटकारा पा लिया है.
इस देश में नहीं है आवारा कुत्तें
खबरों के मुताबिक, नीदरलैंड एक ऐसा देश हैं जिसके बारे में दावा किया जाता है कि वहां पर एक भी आवारा कुत्ता नहीं है. वहां पर सरकार के कुछ कड़े नियमों के कारण ही लोगों को आवारा कुत्तों की समस्या से निजात मिल सका हैं.
दरअसल, नीदरलैंड में बड़े पैमाने पर आवारा कुत्तों की नसबंदी की गई. साथ ही जो लोग दुकान से कुत्ता खरीदते थे उनपर भी भारी टैक्स लगाया गया. तो वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों ने आवारा कुत्तों को पाला उन्हें टैक्स में छूट दी गई. इसके लिए नीदरलैंड सरकार ने लोगों को प्रोत्साहित भी किया.
एक दावे के अनुसार, आवारा कुत्तों की नसबंदी की वजह से नीदरलैंड में उनकी संख्या तेजी से नहीं बढ़ पाई. सरकार ने यहां CNVR की नीति लागू की हैं. इसका मतलब कलेक्ट, न्यूटर, वैक्सिनेट और रिटर्न है. CNVR नीति को नीदरलैंड में सख्ती से अपनाया गया है.
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