सागर। प्रदेश के सागर जिले में आने वाले रेलवे स्टेशन का नाम अंग्रेजों के समय से चला आ रहा है। अब स्टेशन के इस नाम को बदला जा रहा है। इस स्टेशन के नाम की स्पेलिंग को लेकर लंबे समय से भ्रम चला आ रहा है। अब इस भ्रम को दूर किया जाएगा। जिला योजना समिति की बैठक में इसको लेकर सहमति भी बन गई है। इस बैठक में प्रभारी मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने सागर रेलवे स्टेशन का नाम अब सागौर के नाम से सागर करने पर सहमति दी है। अब सागौर के नाम को सागर किया जा सकता है। हालांकि इसको लेकर अभी केवल सहमति बनी है। अब इसको लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर भोपाल मंत्रालय भेजा जाएगा। यहां पर कागजी कार्रवाई होने के बाद नाम बदलने का निर्णय लिया जा जाएगा। सागर स्टेशन के नाम की स्पेलिंग सुधरने के बाद लोगों को रिजर्वेशन कराने में काफी आसानी हो जाएगी।
वर्तमान में यह है नाम
दरअसल अंग्रेजों के समय से ही सागर रेलवे स्टेशन का नाम सागौर (saugor) है। स्टेशन की इस स्पेलिंग के कारण लोगों को रिजर्वेशन कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई लोगों को यहां की ट्रेन सर्च करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस स्टेशन का नाम सागर (Sagar) किया जा सकता है। सागर के नाम की इतिहास की बात करें तो माना जाता है कि ब्रिटिश काल में अंग्रेज अपनी बोली के अनुसार सागर को सागौर बोलते थे और अंग्रेजी में पहली बार उन्होंने ही सागौर लिखा। तभी से यहां का नाम सागौर पड़ गया। हालांकि सागर के शासकीय काम और पत्राचार में सागर ही लिखा जाता है। लेकिन रेलवे स्टेशन का नाम अभी भी सागौर है। अब इसका नाम बदला जा सकता है।