नई दिल्ली: अगले कुछ दिनों में वित्त मंत्रालय सार्वजनिक क्षेत्र के 3 बैंकों में 14,500 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश करेगा, जो कि फिलहाल RBI के प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (PCA) फ्रेमवर्क के अंडर आते हैं। बैंकों के लिए यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकी उनकी वित्तीय मदद की जा सके।
ये तीन बैंक है शामिल
वर्तमान में पीसीए (PCA) फ्रेमवर्क में इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ( Central Bank of India) और यूको बैंक ( UCO Bank) शामिल हैं। फिलहाल इन बैंकों में नए ऋण न देने, प्रबंधन मुआवजा और डायरेक्टर्स की शुल्क आदि शामिल हैं।
पिछले साल नवंबर में डाली गई थी 5 हजार 500 करोड़ की पूंजी
सूत्रों की मानें तो मंत्रालय ने पूंजी देने को बैंकों की पहचान कर ली है। अगले कुछ दिनों में पूंजी डाली जाएगी, इससे उन बैंकों को ज्यादा फायदा होगा जो प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (PCA) के अंडर आते हैं। सरकार ने रनिंग वित्त वर्ष के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नियामकीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की पूंजी का आवंटन किया है। गौरतलब है कि, पिछले साल ही नवंबर में सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों में से पंजाब एंड सिंध बैंक में 5,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाली गई थी।
जानिए क्या है PCA फ्रेमवर्क?
बता दें कि बैंक जब कारोबार करते हुए वित्तीय संकट में फंस जाते हैं. इनको संकट से उबारने को आरबीआई समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करता है और फ्रेमवर्क बनाता है. प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन इसी तरह का फ्रेमवर्क है, जो किसी बैंक की वित्तीय सेहत का पैमाना तय करता है. यह फ्रेमवर्क समय-समय पर हुए बदलावों के साथ दिसंबर, 2002 से चल रहा है।