मध्य प्रदेश सरकार ने इस साल किसानों से मूंग खरीदने की एक सीमा तय कर दी है। अब एक किसान सरकारी केंद्र पर अधिकतम 100 क्विंटल ही मूंग बेच सकेगा। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि केंद्र सरकार ने इस बार राज्य में सिर्फ 3.5 लाख टन मूंग खरीदने की अनुमति दी है..सरकार ने मूंग खरीदने के लिए नए नियम बनाए हैं…जिन जिलों में मूंग की पैदावार 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से ज्यादा है, वहाँ 1 हेक्टेयर के लिए सिर्फ 12 क्विंटल मूंग ही खरीदी जाएगी…जहां पैदावार 12 क्विंटल से कम है, वहां उत्पादन के हिसाब से ही मूंग खरीदी जाएगी…इस लिहाज से 1 हेक्टेयर पर किसान से विदिशा में 10 क्विंटल, खंडवा में 11, राजगढ़ और बुरहानपुर में 10.50, सागर में 7.80, दमोह में 10.25, छतरपुर में 6.40, मुरैना में 7, शिवपुरी में 7.90 और खरगोन में 8.50 क्विंटल मूंग ही खरीदी जाएगी…
प्रदेश में 7 जून से मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो गई है…अधिकांश खरीदी केंद्र वेयरहाउस परिसरों में बनाए गए हैं। लेकिन वहां भी स्टॉक को लेकर असमंजस बना हुआ है…फिलहाल मूंग में नमी है, जिसे लेकर कई गोदाम प्रबंधकों ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। तीन जिलों के गोदाम अधिकारियों ने कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना को ज्ञापन देकर नियमों में बदलाव की मांग की है…मूंग खरीदी पर सीमा तय होने के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सरकार पर तंज कसा है…