GHATS OF VARANASI: बनारस, एक ऐसा शहर जो मानव जीवन को सच्चाई को दर्शाता हैं। इसकी घाटों में जो अपनापन , जो जीवंतता है वो और कही नही। इन घाटों में चंदन और फूलो की खुशबू, जगमगाती दियो की रोशनी, मंत्रो के उच्चारण की पवित्रता और घंटा-घड़ियालों की आवाज हमेशा मौजूद रहती हैं। आईए जानते है बनारस कि कहानी।
बनारस को काशी के नाम से भी जानते हैं। यह शहर काफी चीजों केलिए प्रसिद्ध हैं जैसे- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, इसके गंगा घाट, मणिकर्णिका घाट, कत्थे से बने वो पान और देसी घी की कचौरियां जिसके कायल थे बिस्मिल्लाह खान।यह शहर हमें हमारा इतिहास भी दिखाता हैं। प्रेमचंद के वो कसिदे जो समाज कि सच्चाई को दिखाए, अभी भी यहां मौजूद है। इस सबसे पुराने शहर में सबकुछ खास है। यह शहर नही बनारस हैं।
काशी के पावन घाट पर जब गंगा आरती होती है, वो दृश्य इतना सुंदर और पहंतिपूर्वक होता है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। वो दृश्य इतना मनमोहक होता है की उसे देखने लोग दूर दूर से आते हैं।
एक प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन का कहना है की- “बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।”
बनारस का मणिकर्णिका जो जीवन की सच्चाई को दिखाता है, मसान होली, बीएचयू, गालियां, खाना पीना सब कुछ खास हैं। इसी कारण काशी इतिहास हैं।