Blackberry Phones: स्मार्टफोन के बाजार में आज एक युग का अंत हो गया। अब आपको मार्केट में ब्लैकबेरी फोन नहीं दिखेगा। अगर किसी के पास फोन है भी तो अब ये केवल शो-पीस बन कर रह जाएगा। लेकिन एक वक्त था जब Blackberry को स्टाइल और लुक लिए जाना जाता था। लोग इसे अपने स्टेट्स सिंबल के लिए रखते थे। तब लोग एप्पल से ज्यादा इस फोन का इस्तेमाल करते थे।
4 जनवरी से सपोर्ट सिस्टम को भी बंद किया गया
कंपनी ने मंगलवार को अपने सभी फोन का सपोर्ट आज से बंद कर दिया है। यानी अब न तो इस फोन से किसी को कॉल होगी और न ही इंटरनेट चलेगा। मालूम हो कि कंपनी ने इसका ऐलान काफी पहले ही कर दिया था। इसके अलावा Blackberry ने सालों पहले ही अपने लोकप्रिय QWERTY कीपैड-ब्लैकबेरीओएस फोन को बनाना बंद कर दिया था। हालांकि कंपनी ने अभी भी सॉफ्टवेयर सपोर्ट दे रही थी, जिसे अब बंद कर दिया गया है।
कंपनी अब यह काम कर रही है
कंपनी ने कहा कि अब आप इस फोन से कोई डेटा एक्सेस नहीं कर पाएंगे। SMS और इमरजेंसी सर्विसेज का भी इस्तेमाल नहीं हो सकेगा। कंपनी स्मार्ट फोन की दुनिया से हटकर अब ब्लैकबेरी लिमिटेड नाम से दुनिया भर के उद्यमों और सरकारों को सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर और सर्विस देने पर फोकस कर रही है।
एंड्रॉयड फोन ने ब्लैकबेरी को पछाड़ दिया
कभी ब्लैकबेरी के फोन को आम फोन नहीं माना जाता था। बड़े-बड़े बिजनेसमैन और रसुख रखने वाले लोग ही इसका इस्तेमाल करते थे। दरअसर, सिक्योरिटी और सेफ्टी फीचर्स की वजह से जैस लोग आज iPhone का इस्तेमाल करते हैं, उसी प्रकार से कभी ब्लैकबेरी का इस्तेमाल किया जाता था। सेफ्टी फीचर्स की वजह से इसका काफी डिमांड था। हालांकि एंड्रॉयड फोन की बढ़ती लोकप्रियता के बीच इसकी पहचान कही खो गई। 2016 के बाद से तो ब्लैकबेरी फोन बाजार से गायब ही होता चला गया।
2012 में 80 मिलियन लोग करते थे इसका इस्तेमाल
ब्लैकबेरी ने 1 दशक तक मार्केट पर राज किया। फिजिकल कीबोर्ड वाला ब्लैकबेरी का पुराने सेल फोन इतना लोकप्रिय था कि उसे लोग ‘क्रैकबेरीज’ के नाम से भी जानते थे। भारत में आप इस सेल फोन को सेलिब्रेटीज के हाथों में देख सकते थे। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इस फोन का इस्तेमाल करते थे। 2012 के आकड़ा के अनुसार ब्लैकबरी के 80 मिलियन से ज्यादा एक्टिव यूजर्स थे।