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रायपुर Mahamaya Mandir: अब घर बैठे माता को भोग लगाकर दान दे सकेंगे भक्‍त, ऐसे मिलेंगे मां के Live दर्शन

Mahamaya Mandir: आज से चैत्र नवरात्र शुरू, रायपुर की पुरानी बस्ती के मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों के लिए घर बैठे दान और दर्शन की सुविधा दी है।

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Sanjeet Kumar
रायपुर Mahamaya Mandir: अब घर बैठे माता को भोग लगाकर दान दे सकेंगे भक्‍त, ऐसे मिलेंगे मां के Live दर्शन

   हाइलाइट्स

  • दिन में तीन बार हो सकेंगे मां के लाइव दर्शन
  • दिन में दो बार महामाया देवी का विशेष श्रृंगार
  • 10 हजार मनोकामना ज्‍योति कलश जलाएंगे
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Mahamaya Mandir: आज से चैत्र नवरात्र शुरू हो गया है। ऐसे में रायपुर की पुरानी बस्ती के मां महामाया मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों के लिए घर बैठे दान और दर्शन की सुविधा दी है।

इसे लेकर ट्रस्‍ट ने भक्‍तों के लिए UPI भी जारी किया है। माता को श्रृंगार का सामान चढ़ाने और अपने नाम से भोग लगाने के लिए लोग घर बैठे इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं।

बता दें कि चैत्र नवरात्र के मौके पर मां महामाया मंदिर (Mahamaya Mandir) में 10 हजार मनोकामना ज्योति कलश जलाए जाएंगे। इसको लेकर पंजीयन में पंजीयन चल रहा है, जहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।

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बता दें कि चैत्र नवरात्र के मौके पर मंदिर के यूट्यूब चैनल पर भी भक्‍त माता के LIVE दर्शन कर सकते हैं।

   घर बैठे लाइव दर्शन कर पाएंगे भक्‍त

Mahamaya Mandir

रायपुर के महामाया मंदिर (Mahamaya Mandir) ट्रस्‍ट ने जानकारी दी है कि इस चैत्र नवरात्र में देवी दर्शन के लिए पहली बार वॉट्सऐप चैनल को बयाना है। इस चैनल के माध्‍यम से भी भक्‍त ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे।

इसके साथ ही मंदिर ट्रस्ट ने यूट्यूब चैनल भी बनाया है, जहां भक्‍तों को समय-समय लाइव माता के दर्शन प्राप्‍त हो सकेंगे। इस चैनल पर माता की आरती भी लाइव दिखाई जाएगी, जहां से भक्‍त आरती का लाभ घर बैठे ले सकेंगे।

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   2 बार होता है माता का श्रृंगार

मंदिर ट्रस्‍ट से मिली जानकारी के अनुसार महामाया देवी (Mahamaya Mandir) का प्रतिदिन श्रृंगार होता है। देवी का श्रृंगार 2 समय में होता है। सबसे पहले सुबह 3 बजे और दोपहर 3 बजे श्रृंगार होता है।

श्रृंगार के दौरान माता को 5-5 नौवारी साड़ी पहनाई जाती है। नौवारी साड़ी महाराष्ट्र की परम्परागत वेशभूषा में शामिल है, जिसका बड़ा महत्‍व।

   राज ज्‍योत जलाने की प्राचीन परंपरा

Mahamaya Mandir

बता दें कि मंदिर (Mahamaya Mandir) में मनोकामना ज्योति के साथ 7 राज ज्योति जलाई जाती है। यहां पर ज्योति चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र में जलाते हैं।

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मंदिर में राज ज्योत जलाने की सबसे पुरानी और प्राचीन परंपरा है। मंदिर में महामाया देवी, समलेश्वरी देवी, बटुक भैरव, काल भैरव, भगवान शंकर, हनुमान जी और नरसिंह नाथ जी के नाम से राज ज्योत प्राचीन काल से ही जलाई जाती आ रही है।

   आरती लाभ का ये समय

भक्‍त महामाया देवी (Mahamaya Mandir) आरती का लाभ दिन में तीन बार ले सकते हैं। माता की आरती सुबह 7:30 बजे प्रथम, दोपहर 12 बजे ड्यूटी आरती और रात्रि 8 बजे तीसरी आरती होती है।

बड़ी संख्या में श्रद्धालु तीनों आरती में मौजूद रहते हैं।

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   इन फलाहार का भोग

महामाया मंदिर ट्रस्ट से जानकारी मिली है कि मंदिर (Mahamaya Mandir) में रोजाना देवी को फलाहार का भोग चढ़ता है, जिसमें तीखुर सिंघाड़ा , राजगीर और अन्य राजगीर का भोग लगाते हैं।

इस भोग को लगाने का तात्‍पर्य यह भी माना जाता है कि भक्‍त यदि व्रत रखते हैं और उन्‍हें ये प्रसाद ग्रहण करने में उनका उपवास न टूटे।

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