ग्वालियर: कई बार ट्रेनों के नामों में या फिर प्लेटफॉर्म में कंफ्यूजन के कारण लोग गलत ट्रेन में बैठ जाते हैं और फिर हड़बड़ी में उतरने के चक्कर में अपना ही नुकसान कर बैठते हैं। ऐसा ही एक हादसा एक बार फिर से देखने को मिला, जहां नौकरी के लिए ज्वाइनिंग लेने जा रहा युवक गलती से गलत ट्रेन में बैठ गया। युवक को जब पता चला कि वह गलत ट्रेन में बैठ गया है तो उसने चेन पुलिंग की और ट्रेन रुकने के पहले ही कूद गया और उसका पैर फिसलने से युवक बोगी के नीचे गिर गया, जिससे उसके दोनों पैर कट गए।
बानमौर-रायरू के बीच हुआ हादसा
यह हादसा बानमौर-रायरू के बीच हुआ। जब ट्रेन ग्वालियर से निकलकर करीब 15 से 20 किमी आ गई और युवक को पता पड़ा की वह गलत ट्रेन में सवार हो गया। दरअसल, भिंड के मधुपुरा गांव निवासी युवक की तेलंगाना के सिकंदराबाद की एक फैक्ट्री में नौकरी लगी थी। ज्वाइनिंग देने लिए वह घर से रवाना हुआ। उसका निजामुद्दीन-हैदराबाद स्पेशल ट्रेन (02722) में रिजर्वेशन था। शुक्रवार-शनिवार की रात 3 बजे ट्रेन ग्वालियर स्टेशन पर आती है। इसी के साथ जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 02127) भी रात 3 बजे ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर आ गई। मिलते-जुलते नाम होने के कारण गलती से युवक जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस में सवार हो गया।
ट्रेन स्टेशन से निकलने के करीब 15 से 20 किमी तक पहुंच गई तब युवक को पता लगा कि वह गलत ट्रेन में बैठ गया है। इसके बाद उसने चलती हुई ट्रेन को रोकने के लिए चेन खींची और ट्रेन रुकती इससे पहले उसने छलांग लगा दी चलती ट्रेन से कूदने के कारण युवक के दोनों पैर पटरी में चले गए और कट गए।
ट्रेन के स्टाफ ने पहुंचाया अस्पताल
ट्रेन जब रायरू-बानमौर के बीच रुकी तो एस-3 बोगी में दौड़कर टीटी व अन्य स्टाफ पहुंचा, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। स्टाफ ने आसपास देखा तो ट्रेन से करीब 200 से 250 मीटर पीछे पटरियों किनारे लहूलुहान कप्तान सिंह मिला। टीटी व अन्य कर्मचारियों ने पहले पैरों में पट्टी बांधी फिर घायल कप्तान सिंह को ट्रेन में रखकर मुरैना लाए। मुरैना रेलवे स्टेशन से एंबुलेंस के द्वारा घायल को मुरैना भेजा गया।