हैदराबाद। (भाषा) निर्मल जिले (Telangana Violence0के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील भाइंसा कस्बे में दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प की घटना के बाद दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि स्थिति नियंत्रण में है तथा शांतिपूर्ण बनी हुई है। दो बाइक सवारों के बीच हुई बहस के बाद रविवार रात को यहां दो समूहों ने एक दूसरे पर पथराव किया था जिसमें एक पुलिसकर्मी और एक पत्रकार समेत कुल 12 लोग घायल हो गए थे।
धारा 144 लागू की गई है
घायलों में से नौ का भाइंसा के एक स्थानीय अस्पताल (Telangana Violence) में उपचार किया गया, एक को निर्मल जिले के एक अस्पताल में भेजा गया जबकि दो अन्य को इलाज के लिए हैदराबाद भेजा गया। पुलिस ने बताया कि सभी घायलों की हालत ठीक है। निर्मल जिले के प्रभारी, पुलिस अधीक्षक विष्णु एस वारियर ने कहा कि पांच से अधिक लोगों को एक स्थान पर एकत्रित होने से रोकने वाली धारा 144 लागू की गई है। पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है तथा स्थिति काबू में है एवं शांतिपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने बताया कि अब तक इस घटना के संबंध में चार मामले दर्ज किए गए हैं तथा शिकायतें मिलने पर और मामले दर्ज किए जाएंगे। उसने बताया कि हिंसा में लिप्त लोगों को हिरासत में लेने की भी तैयारी की जा रही है।
‘भाइंसा में हुई हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं’- किशन रेड्डी
पुलिस के मुताबिक बाइक सवार दो व्यक्तियों के बीच बहस (Telangana Violence) के बाद एकत्रित हुए दो समुदाय के लोगों ने पथराव किया था। झड़प के दौरान दो घर, सब्जी की दो दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं, एक कार, चार दो पहिया वाहन और कुछ ऑटो रिक्शा को आग लगा दी गई। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अफवाहें फैलाने और सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने का प्रयास करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे। पुलिस ने व्हाट्सऐप समूहों के (Telangana Violence)एडमिन से कहा है कि वे पोस्ट आदि पर नजर रखें और विवादित पोस्ट तुरंत हटाएं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने भाइंसा में हिंसा की निंदा की और कहा कि उन्होंने तेलंगाना के डीजीपी महेंद्र रेड्डी से बात की है और दोषियों (Telangana Violence)को जल्द से जल्द पकड़ने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘‘भाइंसा में कल हुई हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं। मीडियाकर्मियों पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण और परेशान करने वाला है। तेलंगाना डीजीपी से दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने तथा अतिरिक्त बलों को तैनात करने को कहा है।’’ पिछले वर्ष जनवरी और मई में इस कस्बे में सांप्रदायिक झड़पों के बाद हिंसा हुई थी।