CG Teachers Compassionate Appointment
रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मियों के परिजनों द्वारा अनुकंपा नियुक्ति के लिए किए जा रहे आंदोलन का सरकार पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। बुधवार को सीजी के विधानसभा सत्र में भी यह मुद्दा गूंजा। विधानसभा के प्रश्नकाल शिक्षाकर्मियों के परिजन के अनुकंपा नियुक्ति के मामले में कांग्रेस विधायक आशीष छाबड़ा ने सवाल पूछा। छाबड़ा कहा कि प्रदेश में अनुकंपा नियुक्ति के क्या नियम हैं ? साथ ही तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों के लिए अनुकंपा नियुक्ति के क्या नियम हैं ?
Compassionate appointment
आशीष छाबड़ा द्वारा पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब दिया कि -अनुकंपा नियुक्ति शासकीय कर्मचारियों के लिए है। साथ ही शिक्षाकर्मियों का कैडर भी समाप्त चुका है, इसलिए उनके अनुकंपा नियुक्ति का कोई प्रावधान ही नहीं है। सीएम ने जवाब दिया कि जो आवेदन आए थे, उनकी जांच कराई गई, लेकिन इन आवेदनों में से कुछ अपात्र पाए गए। सिर्फ 9 आवेदक ही पात्र थे, लेकिन कैडर समाप्त होने की वजह से उन्हें भी नियुक्ति नहीं दी जा सकी।
Compassionate appointment will not be available
अब सीएम द्वारा विधानसभा में दिए गए इस जवाब से प्रदेश के उन शिक्षाकर्मियों के परिजनों के झटका लगा है, जो अनुकंपा नियुक्ति को लेकर प्रदेस सरकार से आस लगाए बैठे थे। सीएम के इस जवाब ने साफ कर दिया है कि अब आंदोलन कर रहे शिक्षाकर्मियों के परिजनों के लिए अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा सकेगी। क्योंकि इस तरह को कोई प्रावधान ही नहीं है।.
No provision for compassionate appointment
बता दें कि अगस्त 2022 में शिक्षाकर्मियों के संविलियन के लिुए एक आदेश जारी किया गाया, जिसमें जिन शिक्षाकर्मियों की मृत्यु हुई थी, उनके परिजन को अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने कार्यवाई शुरू की थी। लोक शिक्षण संचालनालय ने शिक्षा संभाग के सभी संयुक्त संचालक और डीईओ को इस संबंध में पत्र जारी किया था। लेकिन आज भी उनके परिजन अनुकंपा नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहे हैं। कई दफा आंदोलन भी कर चुके हैं।