हाइलाइट्स
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शिक्षक संदर्भ समूह का अभियान
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सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने का प्रयास
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अभियान में टीचरों पर होगा फोकस
भोपाल। MP News: राजधानी में आगामी 11 से 26 फरवरी तक मेरा विद्यालय मेरी पहचान अन्तर्गत विद्यालय दिवस अभियान चलाया जाएगा। ये अभियान शिक्षक संदर्भ समूह चलाएगा। इस अभियान में बच्चों के लिए आज परिवेश में ढालने के लिए पहल करने की बात कही गई है, ताकि बच्चों का समग्र रुप से विकास हो सके।
अभियान में शिक्षक केन्द्रित प्रक्रिया अपनाई जा रही है। जिससे टीचर अब अब निर्भय हो कर, अपने-अपने स्तर पर बच्चों के हित में जरूरी काम कर रहे हैं। शिक्षक संदर्भ समूह का मानना है कि जिस दिन अपने काम को आजादी से करेगा उस दिन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों का विकास होगा।
आचार्य विद्यासागर भी हो चुके कार्यक्रम में शामिल
शिक्षक संदर्भ समूह द्वारा शिक्षकों की परिस्थिति और मानसिक स्थिति में बदलाब लाने की सार्थक पहल करते हुए शिक्षकों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में सक्रिय पहल की जा रही है।
विश्व शिक्षक दिवस (5 अक्टूबर) के अवसर पर विगत वर्ष 2019 में जब समूह द्वारा नेमावर ( देवास) में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के पावन सान्निध्य में आयोजित “विश्व शिक्षक दिवस” और “शिक्षाविद् गुलाब चौरसिया स्मृति सम्मान समारोह ” में आचार्य श्री द्वारा निर्देश किया गया कि “आपको अच्छे -अच्छे विद्यालय विकसित करना चाहिए।”
विद्यालय दिवस का आयोजन
शिक्षक संदर्भ समूह द्वारा देश और दुनिया में पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर “विद्यालय दिवस” का आयोजन किया गया। वसंत पंचमी के दिन नरसिंहपुर जिले के देवरीकला गांव के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित पहला विद्यालय दिवस “अब अनेक क्षेत्रों में उत्सव का प्रतीक बन गया है।
विद्यालय को आनंद घर बनाना
गुरू पूर्णिमा से बसन्त पंचमी तक अपने अपने विद्यालय को “आनंद घर” में परिवर्तित करने के शिक्षक संदर्भ समूह ने “मेरा विद्यालय मेरी पहचान” के रूप में काम किया। इस अभियान में शिक्षकों द्वारा दो काम करने की दिशा में सक्रिय पहल की गई। जितने बच्चे विद्यालय में दर्ज़ हैं, उनको नियमित रूप से विद्यालय आने के लिए तैयार करना। बच्चों को उनकी भाषा में सिखाते हुए पढ़ने लिखने में समर्थ बनाना। यह सब बच्चों को भय मुक्त और आनंददाई ढंग से काम करते हुए किया गया। इन दोनों काम के माध्यम से विद्यालय को आनंद घर बनाया गया है।
2 हज़ार से अधिक शिक्षकों ने किया
विगत वर्ष इस अभियान में लगभग 2 हज़ार से अधिक शिक्षकों ने इस विचार को क्रियान्वित करने में सहयोग किया। समूह की ओर से घोषित किया गया था कि समूह द्वारा संचालित इस अभियान “मेरा विद्यालय-मेरी पहचान” को सफ़ल बनाने वाले विद्यालयों को “शिक्षाविद् गिजू भाई सम्मान” दिया जाएगा।
शुजालपुर में भी हो चुका सम्मान समारोह
शिक्षाविद् गिजू भाई सम्मान समारोह का आयोजन 20 दिसंबर 2022 को विधानसभा में और 27 जनवरी 2023 को शुजालपुर में माननीय मंत्री इंदर सिंह जी परमार के सान्निध्य में किया गया था। इस के बाद बैतूल जिले में भी 26 फरवरी 2023 को एनसीईआरटी के प्रो. एस सी चौहान जी के आतिथ्य में नर्मदापुरम सम्भाग के शिक्षकों को शिक्षाविद् गिजू भाई सम्मान से सम्मानित किया गया।
शिक्षकों को दिया जाता है सम्मान
वर्ष 2023-24 में समूह द्वारा संचालित अभियान मेरा विद्यालय मेरी पहचान अंतर्गत विद्यालय को आनंद घर में रूपांतरित करने वाले शिक्षकों को शिक्षाविद् गिजू भाई सम्मान से सम्मानित करने के लिए उज्जैन में माननीय मुख्यमंत्री जी के आतिथ्य में 14 फरवरी को बसंत पंचमी पर विद्यालय दिवस समारोह और सम्मान समारोह आयोजित किया जाना प्रस्तावित किया गया है किंतु विधानसभा सत्र और बोर्ड परीक्षाओं के कारण यह आयोजन अभी संभव नहीं हो पा रहा है।
11 फरवरी को होगा आयोजन
समूह द्वारा संचालित अभियान मेरा विद्यालय मेरी पहचान अंतर्गत विद्यालय को आनंद घर में रूपांतरित करने वाले शिक्षकों को शिक्षाविद् गिजू भाई सम्मान से सम्मानित किए जाने संबंधी प्रक्रियागत कार्यवाही पर विचार करने और अभियान को सफल बनाने के लिए 11 फरवरी से 26 फरवरी तक विद्यालय दिवस मनाओ अभियान चलाया जा रहा है।
इस अवसर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा के लिए 11 फरवरी को एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के पुण्य स्मरण दिवस पर समूह के सभी साथियों से विचार विमर्श किया जा रहा है।
प्रेरणा गीत
आओ मिलकर आज साथियों, शिक्षा का उत्थान करें।
नन्हें मुन्ने बाल देवों का, हम सब अब सम्मान करें।।
शिक्षण कर्म पवित्र मानकर, करते रहें हम साधना।
रूप स्वयं भगवान का बच्चे, इनकी करें आराधना ।।
हंसी खुशी से इन्हें सिखाएं, विद्यालय का मान करें…
नन्हें मुन्ने बाल देवों का, हम सब अब सम्मान करें…
दशा हमारी बिगड़ी रहेगी, कर्महीन कहलाएंगे ।
दिग्भ्रमित जो स्वयं वे क्या, राह हमें दिखलाएंगे।।
अपनी राहें स्वयं बनाएं, खुद पूरे अरमान करें…
नन्हें मुन्ने बाल देवों का, हम सब अब सम्मान करें….
विद्यालय को मान के अपना, जागृति केन्द्र बनाएं हम।
शिक्षक राष्ट्र का निर्माता, ऐसा कर दिखलाएं हम।।
निज विश्वास बढ़ाकर अपना, आओ राष्ट्र निर्माण करें…. नन्हें मुन्ने बाल देवों का हम सब अब सम्मान करें….
आओ मिलकर आज साथियों, शिक्षा का उत्थान करें।
नन्हें मुन्ने बाल देवों का हम सब अब सम्मान करें ।
रचनाकार- डॉ दामोदर जैन