Tawang: अरूणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों की घुसपैठ और भारतीय सैनिकों द्वारा खदेड़े जाने के बाद गुरुवार से वायुसेना ने हवाई अभ्यास शुरू कर दिया है। हवाई अभ्यास में भारत के लड़ाकू विमानों सुखोई और राफेल ने भी हिस्सा लिया। यह अभ्यास दो दिनों तक चलेगा। पूर्वोत्तर में चीन सीमा के पास भारतीय वायुसेना ने गुरुवार से युद्धाभ्यास कर पूर्वी सेक्टर में अपने ऑपरेशन और क्षमताओं का परीक्षण करना है। वायुसेना की पूर्वी कमांड के नेतृत्व में ये अभ्यास चल रह है।
झड़प से पहले बनी थी प्लानिंग
वायुसेना के विंग कमांडर आशीष मोघे ने बताया कि इस युद्धाभ्यास की योजना भारतीय और चीनी सेनाओं के आमने-सामने आने से बहुत पहले बनाई गई थी, इसलिए इसका युद्धाभ्यास उत्तर-पूर्व के तेजपुर, छाबुआ, जोरहाट और हाशिमारा एयरबेस पर हो रहा है। अरुणाचल और सिक्किम में एलएसी पर चीन पिछले कुछ महीनों से आक्रामक रुख अपना रहा है। चीन के ड्रोन्स ने भारतीय क्षेत्र की ओर उड़ान भरने की कोशिश की है। उन्हें हमारे लड़ाकू विमानों ने खदेड़ा है। इसका हालिया झड़प से कोई संबंध नहीं है।
पूर्वी वायु कमान के नेतृत्व में यह युद्धाभ्यास फ्रंटलाइन एयरबेस और एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स में प्रशिक्षण के लिए किया जा रहा है। बता दें कि सेना और वायुसेना अरुणाचल और सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पूर्वी लद्दाख विवाद के बाद से पिछले दो सालों से उच्च स्तरीय तैयारियों को बरकरार रखती आयी हैं। जिसके लिए समय समय पर भारतीय सेना के साथ वायु सेना अभ्यास करती है। भारतीय वायुसेना ने पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में LAC पर भारतीय हिस्से में चीन की बढ़ती हवाई गतिविधियों के बाद अपने लड़ाकू विमानों को उड़ाया था।
भारत-नेपाल की सेनाएं आज से करेंगी अभ्यास
भारत और नेपाल की सेनाएं जंगल युद्ध और आतंकवाद रोधी अभियानों में आपसी तालमेल को मजबूत करने शुक्रवार से एक बड़ा सैन्य अभ्यास करेंगी, जो दो सप्ताह चलेगा। यह नेपाल के सालझंडी इलाके में होगा ।