वाशिंगटन। (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और रूस के उनके समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने जिनेवा में बुधवार को तीन घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में साइबर सुरक्षा और परमाणु हथियारों के मुद्दे पर चर्चा की।बाइडन और पुतिन ने अपने राजनयिकों को परमाणु हथियारों के नियंत्रण के नए चरण के लिए रूपरेखा बनाने के निर्देश दिए। ‘‘सामरिक स्थिरता संवाद’’ का उद्देश्य दुनिया की दो सबसे बड़ी परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध का खतरा कम करना है। बहरहाल वार्ता शुरू करने के लिए कोई तारीख की घोषणा नहीं की गई।बाइडन ने कहा कि इसका उद्देश्य रूस के साथ एक ऐसे तंत्र पर काम करना है जिससे नए और खतरनाक तथा आधुनिक हथियारों को नियंत्रित किया जा सके।
The summit between U.S. President Joe Biden and Vladimir Putin, his Russian counterpart, marked a return to a more conventional relationship between the leaders of the two nations. Here are key takeaways from the meeting in Switzerland. https://t.co/0CR0AoJ11m
— The Associated Press (@AP) June 16, 2021
इन हथियारों से जवाबी कार्रवाई का वक्त कम हो जाता है जिससे दुर्घटनावश युद्ध शुरू होने की आशंका पैदा हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस पर विस्तार से बात की गयी। वार्ता शुरू करने के लिए किसी तारीख की कोई घोषणा नहीं हुई।पुतिन ने कहा कि वह और बाइडन परमाणु हथियारों को सीमित करने वाली नयी ‘स्टार्ट’ संधि के 2026 में समाप्त होने के बाद इसे संभावित रूप से बदलने को लेकर वार्ता शुरू करने पर सहमत हुए। रूस द्वारा यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा करने और पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के समर्थन के जवाब में वाशिंगटन ने 2014 में मास्को के साथ वार्ता रोक दी थी। 2017 में वार्ता फिर शुरू हुई, लेकिन ट्रम्प प्रशासन के दौरान नयी ‘स्टार्ट’ संधि को विस्तार देने में सफलता नहीं मिली।रूस ने इस पर जोर दिया कि इसमें रक्षात्मक हथियार भी शामिल हों जैसे कि अमेरिका की मिसाइल रक्षा प्रणालियां। अमेरिकियों ने दलील दी कि इसमें तथाकथित सामरिक परमाणु हथियार शामिल होने चाहिए जिनका जिक्र स्टार्ट संधि में नहीं है और जिसे रूस ने बड़ी संख्या में तैनात किया है।
President Biden said he and Russian President Putin discussed keeping critical infrastructure off-limits to cyberattacks. Biden said after his summit meeting with Putin that 16 types of infrastructure should be off limits, including energy and water. https://t.co/VBg9Mkx2RE
— The Associated Press (@AP) June 16, 2021
इसमें हाइपरसोनिक मिसाइल और अंतरिक्ष हथियार जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां भी शामिल हो सकती हैं। साइबर सुरक्षा के मसले पर कोई बड़ी घोषणा तो नहीं हुई लेकिन नेता इस मुद्दे पर कम से कम बात करने के लिए राजी हो गए जो अमेरिका और रूस के बीच संघर्ष की मुख्य जड़ है।बाइडन ने कहा कि वह और पुतिन अपने विशेषज्ञों के इस पर काम करने देने के लिए राजी हो गए कि साइबर हमलों को रोकने के लिए किस तरह के अहम बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने रूस के समक्ष ऊर्जा, चुनाव, बैंकिंग और जल प्रणालियों तथा रक्षा उद्योग के 16 विशिष्ट तरह के बुनियादी ढांचे पेश किए।अमेरिका के उद्योगों और सरकारी एजेंसियों के खिलाफ कई रैन्समवेयर हमलों के बीच यह समझौता हुआ है। इनमें से एक हमला मई में हुआ था जिससे करीब एक हफ्ते के लिए पूर्वी तट पर ईंधन की आपूर्ति बाधित हो गयी थी। इस बाधा को रूस में काम कर रहे एक आपराधिक गिरोह की हरकत बताया गया था।बाइडन ने रूस से साइबर अपराधियों का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका और रूस की सरकारें कुछ आपराधिक मामलों पर काम करेंगी। पुतिन ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि यह परस्पर हित का मामला है।
The Biden-Putin summit wrapped up more quickly than was expected. The two sides said they expected to meet for four to five hours ahead of the meeting in Geneva, but the two leaders spent less than three hours together. https://t.co/UluSp3h1w3
— The Associated Press (@AP) June 16, 2021