Taj Mahal Controversy : हिंदू राजा ने ताजमहल में बांधे थे घोड़े, बना दिया था अस्तबल!

ताजमहल को लेकर इन दिनों कई दावे किए जा रहे है। किसी का कहना है कि ताजमहल (Taj Mahal Controversy) मंदिर है मकबरा नहीं, तो किसी का कहना है कि ताजमहल (Taj Mahal Controversy) शाहजहां ने नहीं बनवाया था। वही ताजमहल (Taj Mahal Controversy) के बंद 22 कमरों को लेकर कोर्ट में एक याचिका भी दर्ज की गई है। वही जयपुर राजघराने की बेटी और बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने दावा करते हुए कहा है कि ताजमहल जयपुर राजपरिवार की जमीन पर बना है। शाहजहां ने राजपरिवार की जमीन को धोखे से हथियाकर ताजमहल बनाया था। इन सबके बीच आज हम आपको एक ऐसी बात बताने जा रहे है जो शायद ही कुछ लोगों को पता है।
ताजमहल में भर दिया था भूसा!
कहा जाता है कि सन 1907 में भरतपुर के जाटों ने ताजमहल (Taj Mahal Controversy) पर हमला बोल दिया था। इस दौरान वे सोने-चांदी की परतों से जड़ा ताजमहल (Taj Mahal Controversy) का मुख्यद्वार उखाड़कर अपने साथ ले गए थे। इसके अलावा जाटों ने ताजमहल में भूसा भरकर इसे अस्तबल बना दिया था। एक अन्य दावे के मुताबिक, 1857 के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी ताजमहल को निशाना बनाया गया। इस दौरान आक्रमणकारियों ने इसके अंदर जड़े हुए बेशकीमती पत्थरों को खोदकर निकाल लिया था।
हिंदू राजा ने बंधवा दिए थे घोड़े!
दावा किया जाता है कि भरतपुर के जाट और राजा सूरजमल ने ताजमहल (Taj Mahal Controversy) में घोड़े बंधवा दिए थे। दावों की मानें तो महाराजा सूरजमल ने करीब एक महीने तक युद्ध लड़कर आगरा के किले पर फतेह हासिल की थी। इसके बाद अन्य राजाओं ने उन्हें ताजमहल (Taj Mahal Controversy) को गिराने की सलाह दी थी। हालांकि, उन्होंने ऐसा ना करते हुए ताजमहल में चारा रखवा कर उसे अपने घोड़ों के लिए अस्तबल के रूप में इस्तेमाल किया। बता दें कि सन 1761 में करीब 30 हजार मुगल सेना को हराकर महाराजा सूरजमल ने आगरा किले पर फतेह किया था।