System Negligence in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सरगुजा से बॉलीवुड फिल्म ‘कागज’ की तरह एक युवक खुद को जिंदा साबित करने के लिए अफसरों की चक्कर लगा रहा है। उसने कलेक्टर से भी गुहार लगाई है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण उसे दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद वह शख्स खुद को जिंदा साबित करने के लिए कई साल से विभागों के चक्कर लगा रहा है। सरगुजा जिले के उदयपुर का रहने वाला यह युवक सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंचा था और अफसरों को अपनी आपबीती बताई।
2017 में ग्रामसभा की बैठक में अंगूठा लगाया, जिसे फर्जी बता दिया
जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवक (System Negligence in Chhattisgarh) का नाम दिलबंधु मझवार (28 ) है, जो कि सरगुजा जिले में उदयपुर के ग्राम घाटबर्रा का निवासी है। पीड़ित दिलबंधु ने बताया कि साल 2017 में परसा कोल ब्लॉक के लिए भूमि अधिग्रहण और उसके संबंध में अन्य कार्रवाई के तहत ग्राम-घाटबर्रा में ग्रामसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें मैं खुद मौजूद था। यह ग्रामसभा सरपंच, सचिव और अन्य सदस्यों द्वारा आयोजित की गई थी। जिसकी उपस्थिति पंजी में मैंने अंगूठे का निशान लगाया था। दिलबंधु ने बताया कि कुछ दिनों पहले जानकारी मिली कि ग्रामसभा के उपस्थिति पंजी में उसके अंगूठे के निशान को फर्जी बताया गया है और 28 जून 2016 को मृत घोषित कर कार्रवाई की जा रही है।
‘मेरे मृत होने की झूठी खबर फैलाई गई, जिससे परेशान हूं’
दिलबंधु ने बताया कि मेरे गांव के ग्राम पंचायत सचिव गोपाल राम यादव से भी संपर्क किया, जिनके द्वारा मुझे मेरा पंचनामा सभी साक्ष्यों के हस्ताक्षर लेकर दिया गया है। इसकी फोटोकापी मैं आज कलेक्टर और एसडीएम को जमा करा चुका हूं। मैंने ही जनपद पंचायत द्वारा परसा कोयला ब्लॉक के लिए 2017 में आयोजित ग्राम सभा के उपस्थिति पंजी में अपना अंगूठा लगाया है। मेरे मृत होने की झूठी खबर फैलाने के कारण मेरे अस्तित्व पर सवाल खड़ा किया गया है, जिससे मुझे बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा(System Negligence in Chhattisgarh) है।
ग्राम पंचायत सचिव ने किया झूठी खबर का खंडन
दिलबंधु (System Negligence in Chhattisgarh) के मामले में ग्राम पंचायत सचिव गोपाल राम यादव ने कहा कि जिस दिन गांव में ग्राम सभा आयोजित की गई थी, उस दिन मेरे समक्ष ही उपस्थित ग्रामवासियों ने हस्ताक्षर किए थे। जिसमें दिलबंधु भी मौजूद था। जहां तक दिलबंधु के मृत होने की बात मीडिया ने फैलाई थी, जो पूरी तरह गलत है।
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जांच के बाद होगी कार्रवाई -अपर कलेक्टर
सरगुजा के अपर कलेक्टर सुनील कुमार नायक ने बताया कि 2017 में परसा कोल ब्लॉक के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी ग्राम सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि उपस्थिति पंजी में उन व्यक्तियों के भी हस्ताक्षर हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है। मामले (System Negligence in Chhattisgarh) के जानकारी में आने के बाद हम अपने स्तर पर जांच कर रहे हैं। इस बीच, ग्राम घाटबर्रा के निवासी दिलबंधु मझवार ने कार्यालय पहुंचकर यह बताया कि वह ग्राम सभा में मौजूद थे और उपस्थिति पंजी में अपना अंगूठा लगाया था। उसने अपने जीवित होने का प्रमाण दिया है। इस मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।