Swine Flu Deaths in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू (Swine Flu Outbreak in Chhattisgarh) का कहर फिर से शुरू हो गया है। गुरुवार को दो महिलाओं की मौत हो गई, जिनमें एक कोरिया और दूसरी जांजगीर-चांपा जिले की रहने वाली थीं। इसके अलावा, 7 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
कोरिया की 51 वर्षीय महिला की मौत
कोरिया की 51 वर्षीय महिला को सर्दी, खांसी और तेज बुखार होने के बाद वायरल फीवर का इलाज किया जा रहा था, उसकी हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल ले जाया गया था। जिसके बाद उसे बिलासपुर रेफर किया गया, जहां उसकी जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उसका इलाज शुरू हुआ, लेकिन दुर्भाग्य से उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
महिला को बिलासपुर अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital, Bilaspur) में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। कोरिया जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस सेंगर ने बताया कि महिला की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है, क्योंकि स्वाइन फ्लू संक्रामक है और संपर्क में आने वालों की भी जांच की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि स्वाइन फ्लू संक्रामक है, इसलिए संपर्क में आने वालों की भी जांच की जाएगी। सभी पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
जांजगीर-चांपा की 66 वर्षीय महिला ने भी तोड़ा दम
इस बीच, जांजगीर-चांपा जिले की 66 साल की महिला ने भी दम तोड़ दिया है, जिसे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वह बिना उपचार पूरा हुए गायब हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट जारी कर दिया है और स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीजों की जांच और इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की है।
जांजगीर-चांपा जिले की 66 वर्षीय महिला को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उपचार पूरा होने से पहले ही परिजनों ने 6 अगस्त को उसे लेकर चले गए थे, और उसके बाद उसकी मौत हो गई। बिलासपुर के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभात श्रीवास्तव ने महिला की मौत की पुष्टि की है।
स्वाइन फ्लू के 7 नए केस आए सामने
प्रदेश (Chhattisgarh) में स्वाइन फ्लू (Swine Flu) के 7 नए केस सामने आए हैं, जिनमें 4 बिलासपुर, 2 गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले और 1 जांजगीर-चांपा का है। सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, और सभी जिलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से स्वाइन फ्लू के लक्षणों को गंभीरता से लेने और तुरंत जांच कराने की अपील की है।
स्वाइन फ्लू क्या है?
स्वाइन फ्लू एक प्रकार का संक्रामक रोग है, जो H1N1 वायरस के कारण होता है। यह वायरस सबसे पहले सुअरों में पाया गया था, लेकिन अब यह मानवों में भी फैलता है। स्वाइन फ्लू के लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, ठंड लगना, कमजोरी और शरीर में दर्द शामिल हैं। कुछ मामलों में बच्चों को सांस की तकलीफ, निर्जलीकरण और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।
यह रोग अभी भी मौसमी फ्लू वायरस के रूप में फैलता है, और बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को गंभीर संक्रमण का खतरा होता है। स्वाइन फ्लू एक अत्यधिक संक्रामक मानव श्वसन संक्रमण है, जिसके इलाज में आराम की सलाह दी जाती है। साथ ही, दर्द दूर करने वाली दवाइयां और तरल पदार्थ दिए जाते हैं।
स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए स्वच्छता और सावधानी बरतना जरूरी है। हमें अपने हाथों को बार-बार धोना चाहिए, खांसते और छींकते समय मुंह को ढकना चाहिए, और संक्रमित लोगों से दूर रहना चाहिए।
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