मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत का केस अब सीबीआई हैंडल कर रही है और सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद से ही सीबीआई एक्शन में है। मुंबई पुलिस से केस का हैंडओवर लेने के बाद पूरी शिद्दत से सीबीआई की टीम अब इस केस को सुलझाने में जुट गई है। वहीं 21 अगस्त शुक्रवार से अब तक सीबीआई की टीम ने कई एंगल पर जांच की और उस जांच में कई सुराग पाए।
सीबीआई सुशांत का शव जिस फ्लैट में मिला था सीबीआई की टीम ने उस फ्लैट में घंटों तक मुआयना किया। 24 अगस्त यानी आज सीबीआई ने सुशांत के अकाउंटेंट रजत मेवाती से पूछताछ की, क्योंकि सुशांत की जिंदगी में रिया से पहले रजत ही सुशांत के अकाउंट्स देखते थे। इसके अलावा सुशांत के सीए संदीप श्रीधर और रिया के सीए रितेश को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
सीन रिक्रिएशन से सीबीआई को मिली अहम जानकारी
सुशांत के फ्लैट पर सीबीआई की टीम ने घंटों तक पड़ताल की और सीन रिक्रिएशन भी किया जिसमें उन्हें कुछ अहम जानकारी प्राप्त हुई। दरअसल, सीबीआई के सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार डमी टेस्ट में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि बेड और पंखे के बीच जितनी ऊंचाई है उस स्थिति में फांसी लगाना संभव नहीं है। अब जानना जरुरी है कि सुशांत ने खुद फांसी लगाई है या किसी ने मौत के बाद सुशांत के शव को वहां टांगा इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट का आकलन करने के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल सुशांत के केस में सीबीआई बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है।
इसके पहले 21, 22 और 23 अगस्त को भी कई लोगों से हुई थी पूछताछ
सीबीआई की टीम ने सुशांत के कुक नीरज से पांच घंटे तक पूछताछ की, जिसमें सीबीआई ने 8 जून से लेकर सुशांत की मौत तक यानी 14 जून तक की कई चीजों को लकर पूछताछ की। नीरज के अलावा सैमुअल मिरांडा से भी सीबीआई ने पूछताछ की। इसके अलावा सीबीआई ने सीबीआई ने एक फॉरेंसिक टीम का गठन किया। CBI ने एम्स के डॉक्टरों की एक टीम बनाई, जिसमें चार डॉक्टर शामिल हैं. इस टीम की कमान डॉक्टर सुधीर गुप्ता को दी गई। सीबीआई ने इस टीम को सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भेज दी है।
नीरज के अलावा सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी से भी डीआरडीओ स्थित सीबीआई के दफ्तर में पूछताछ की गई। सुशांत के कमरे की चाबी बनाने वाले शख्स से भी पूछताछ की गई। इसके अलावा सीबीआई की टीम कूपर अस्पताल भी गई, जहां सुशांत का पोस्टमॉर्टम किया गया था। 13 और 14 जून को सुशांत के घर पर क्या हुआ, कुक नीरज और सिद्धार्थ से सीबीआई ने पूछा। जांच में पाया गया कि दोनों के बयानों में फर्क है। CBI कई लोगों के बयान दर्ज किए और उन्हें कई अगम सबूत भी मिले हैं।