नई दिल्ली। Solar Eclipse 2022: दीपावली के बाद आज यानि मंगलवार को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिषायार्चों के अनुसार ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले से शुरू हो जाता है। इस समया भगवान का स्पर्श करना वर्जित है। इस दौरान जप का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार का ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में लगने जा रहा है। इसे भारत में भी देख जा सकता है। तो चलिए जानते हैं भारत में ये कहां-कहां दिखेगा। साथ ही जानेंगे ये किस राशि के जातकों के लिए सतर्क रहने की सलाह दे रहा है। साथ ही जानेंगे इस दौरान क्या करें क्या नहीं।
भारत में कहा-कहां दिखेगा –
यह आंशिक सूर्य ग्रहण मुख्य रूप से यूरोप, उत्तर-पूर्वी अफ्रीका और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा। भारत में ये ग्रहण नई दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी, मथुरा में दिखाई देगा। ऐसा भी माना जा रहा है कि इसे पूर्वी भारत को छोड़कर सारे भारत में देखा जा सकता है। साथ ही जानेंगे इस दौरान क्या करें क्या नहीं।
कब है सूर्य ग्रहण – kub hai surya grahan
24 अक्टूबर 2022 यानि आज शाम 4ः44 बजे तक चतुर्दशी तिथि है। इसके बाद से अमावस्या तिथि लग जाएगी। यानि शाम 4ः44 के बाद से दीपावली पूजन किया जा सकेगा। तो वहीं कल 25 अक्टूबर को शाम 4ः31 से ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा। जो 5ः14 पर मध्य और 5ः57 पर मोक्ष हो जाएगा। इस बार ज्यादा सतर्कता रखने की जरूरत इसलिए है क्योंकि इसका असर भारत में भी होगा। यानि सूर्य ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। इसे भारत के कई देशों में देखा जा सकेगा।
नहीं होना चाहिए भयभीत –
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार ग्रहण काल को लेकर डरना नहीं चाहिए। विद्वान और जानकार इसे सिद्ध काल की संज्ञा देते हैं। बल्कि इस दौरान भगवान हरि नाम का जाप करने से लाभ होता है और सफलता के मार्ग प्रशस्त्र होते है।
मंदिरों में पट रहेंगे बंद, ग्रहण समाप्त होते ही ऐसे होगी पूजा –
सूर्य ग्रहण के दौरान मंदिरो में पट बंद रहेंगे। साथ ही घरों मे भी पूजन नहीं होगा। ग्रहण के उबरते ही मंदिरों में साफ-सफाई होगी। इसके बाद पूजन प्रारंभ होगा। ग्रहण के दौरान बना भोजन उपयोग में नहीं लाया जाता। इसलिए पहले से ही खाने में तुलसी पत्र डाल दिया जाता है। जिससे भोजन ग्रहण करने योग्य होता है।
सिद्धियों का महापर्व है सूर्य ग्रहण –
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार जब भगवान श्रीराम ने गुरू वशिष्ठ से और श्री कृष्ण ने संदीपन गुरू से ग्रहण काल में दीक्षा ली थी तो उस समय ग्रहण काल ही था। शास्त्रों में ऐसा माना जाताहै कि सूर्यास्त के बाद पड़ने वाला सूर्य ग्रहण प्रभावी नहीं होता है।
यहां जानें कब से कब तक कौन सी तिथि –
चतुर्दशी तिथि – 24 अक्टूबर, शाम 4ः44 बजे तक
अमावस्या यानि दीपावली – 24 अक्टूबर, शाम 4ः44 से
सूर्य ग्रहण के सूतक, मध्य और मोक्ष काल
सूर्य ग्रहण सूतक काल: 4ः31 से
सूर्य ग्रहण मध्य काल: 5ः14
सूर्य ग्रहण मोक्ष काल: 5ः57 तक
क्या करें – Surya krahan me kya karna chahiye
ग्रहण के नकारात्मक असर से बचने के लिए भोजन.पानीए दूध और अन्य खाने के सामान में तुलसी की पत्ती डालें। ताकि ग्रहण के बाद उनका सेवन किया जा सक
घर के मंदिर को ढंक दें। साथ ही इस दौरान मंदिरों के पट बंद रखें।
ग्रहण के दौरान ज्यादा से ज्यादा समय भगवान की आराधना में बिताएं।
ग्रहण के बाद स्नान करके दान जरूर करें। खासतौर पर सफाई कर्मचारियों को दान करना बहुत अच्छा माना जाता है।
तुला राशि और स्वाति नक्षत्र पर लगेगा सूर्य ग्रहण – tula rashi me surya grahan / swati nakshatra me surya grahan
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो तुला राशि के साथ ही स्वाति नक्षत्र में सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इसलिए इस राशि के जातकों और इस नक्षत्र में जन्में लोगों को ग्रहण काल के दौरान विशेष सावधान रहने की जरूरत है। ग्रहण काल के दौरान इनके ग्रहण का दर्शन नहीं करना चाहिए।
कैसे देखें लाइव सूर्य ग्रहण (Live Streaming of solar Eclipse)
NASA और Timeanddate.com दोनों ने सूर्य ग्रहण के दीदार के लिए लाइव स्ट्रीम लिंक जारी किया गया है. इसके जरिए दुनिया भर के लोग इस अद्भुत खगोलीय घटना को देख सकेंगे। इसके अलावा आप ‘Royal Observatory Greenwich’ के यूट्यूब चैनल पर भी सूर्य ग्रहण को लाइव देख सकते हैं।
यहां दिखाई देगा ग्रहण –
यह ग्रहण भारत सहित ग्रीनलैंड, स्वीडन, नॉर्वे, यूनाईटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, यमन, ओमान, सऊदी अरब, इजिप्ट, इटली, पोलैंड, रोमानिया, ऑस्ट्रिया, ग्रीस, टर्की, इराक, ईरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तरी एवं पश्चिमी श्रीलंका, मॉस्को, पश्चिमी रूस, नेपाल व भूटान में दिखेगा।
ग्रहण के दौरान न करें यह काम – grahan me kya nahi karna chahiye
चूंकि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है इसलिए इस समय कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहण के दौरान सुई में धागा डालने की मनाही की गई है।
सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन पकाने और खाने की मनाही है। साथ ही इस दौरान काटने—छीलने का काम भी न करें।
गर्भवती महिलाएं इस दौरान चाकू—कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल न करें। न ही ये चीजें हाथ में लें।
हण काल के दौरान यात्रा करने से बचें।
इनके लिए मिलेगी खुशखबरी —
मेष राशि
मां लक्ष्मी की कृपा से जीवन में आनंद के मौके प्राप्त होंगे। खर्चों में कमी आएगी, ये समय लेन-देन के लिए उत्तम माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि के जातकों का आर्थिक पक्ष मजबूत होने वाला है। इन जातकों का इस समय निवेश करना लाभदायक होगा। परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा।
सिंह राशि
यदि सिंह राशि के जातक कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं तो यह समय उनके लिए शुभ है परंतु लेनदेन करने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर लें। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो जाएगी। सिंह राशि के जातक नया घर खरीद सकते हैं। इनके ऊपर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहेगी। साथ ही दांपत्य जीवन सुखमय बीतेगा।
कन्या राशि
इस राशि वालों पर मां लक्ष्मी की कृपा रहेगी। जिसकी वजह से उनके हर काम सफल होंगे। कन्या राशि के जातक मकान या वाहन खरीद सकते हैं। व्यापार के लिए समय उत्तम है, धन लाभ होगा, लेकिन अपने खर्चों को नियंत्रण में रखें। कन्या राशि के जातक इस समय लेनदेन कर सकते हैं। समय अनुकूल है।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।