Surkhi By Election 2020: सुरखी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत ने बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की है। गोविंद सिंह राजपूत के सामने कांग्रेस की पारुल साहू थी जिन्हें राजपूत ने 41143 वोटों से हराया है। हालांकि गोविंद सिंह राजपूत ने कुछ दिनों पहले ही मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। लेकिन चुनाव में उन्हें भारी वोटों से जीत मिली है। इस सीट पर दोनों के बीच कड़ा मुकाबला था।
गोविंद सिंह राजपूत की जीत के पीछे सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट उनके चुनाव मैनेजमेंट को माना जा रहा है। उनके पक्ष में सीएम शिवराज, ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रचार के लिए उतरे थे तो दूसरी तरफ उनके परिवार की सक्रियता भी बहुत फायदेमंद साबित हुई। गोविंद सिंह राजपूत के क्षेत्र में उनके दोनों भाई गुलाव सिंह राजपूत और हीरासिंह राजपूत जनता से रुबरु रहे जिसके कारण उन्हें चुनाव में भारी जीत मिली, इसके साथ ही उन्हें बीजेपी के बड़े नेताओं मंत्री भूपेंद्र सिंह राजपूत और गोपाल भार्गव का भी पूरा साथ मिला।
विकास कार्य भी रहा जीतने का अहम कारण
गोविंद सिंह राजपूत के बीजेपी में शामिल होने व मंत्री बनने के साथ ही सुरखी क्षेत्र में लगातार सीएम शिवराज द्वारा विकास कार्यों की सौगात दी गई थी, जिसके बाद जीतने की उम्मीदें और भी बढ़ गई और गोविंद सिंह राजपूत की राह आसान हो गई।
कांग्रेस प्रत्याशी के प्रति जनता की नाराजगी का मिला फायदा
कांग्रेस प्रत्याशी पारुल साहू के परिवार की छवि उनके विधायक रहते जनता का काम नहीं करने की रही। पारुल साहू पर जनता ने आरोप लगाया है चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र से सात साल तक लगातार वे लापता रही। अचानक से पारुल ने कांग्रेस ज्वाइन की और चुनाव मैदान में उतरी। जिससे क्षेत्र की जनता में उनके प्रति नाराजगी रही।