दतिया। सरकार समेत तमाम समाज सुधारक संगठन अंधविश्वास को समाज से दूर करने के प्रयास में जुटे हैं। इसके बाद भी आज गांव अंचलों में कई तरह के अंधविश्वास अपनी गहरी जड़ें जमाए हुए हैं। कई जगह नरबलि जैसे अक्षम्य अपराध आज भी सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है प्रदेश के दतिया जिले से। यहां एक तांत्रिक के बेटे ने एक 8 साल के मासूम बच्चे का गला काटकर नरबलि दे दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। गला कटने से बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। बच्चे का शव खून से लथपथ चबूतरे पर पड़ा रहा। हालांकि पुलिस ने अभी तक हत्या की वजह नरबलि स्वीकार नहीं की है। लेकिन प्राथमिक जांच में नरबलि ही एक कारण सामने निकलकर आ रहा है।
यह है पूरा मामला…
यह मामला दतिया जिले में आने वाले क्षेत्र भांडेर के लहार हवेली गांव का है। इस गांव में रहने वाले रत्न कुशवाह रोज की तरह शुक्रवार को अपने खेत पर गए थे। शाम को 6 बजे रत्न कुशवाहा अपने परिवारजनों के साथ वापस लौट रहे थे। तभी घर से 50 मीटर दूरी पर बने एक चबूतरे पर गांव का ही रहने वाला बबलू कुशवाह 8 साल के बच्चे शिवा को दबाए खड़ा है। रत्न ने जब अपने बेटे को दबा देखा तो वह चबूतरे की तरफ भागा। वहीं आरोपी रत्न को अपनी ओर आता देख भाग खड़ा हुआ। जब रत्न चबूतरे पर पहुंचा तो देखा कि आरोपी ने बच्चे का गला काट दिया है। बच्चे का धड़ से शव लटक रहा है। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। चबूतरे पर खून से लथपथ शव पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी बबलू सनकी किस्म का है। उसका पिता तांत्रिक है। बबलू भी पूजा पाठ करता रहता है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।