नई दिल्ली। 24 जून 2021 यानी कि आज ऐसा चांद निकलने वाला है जिसके कई नाम है। हालांकि इसे आमतौर पर स्ट्रॉबेरी मून कहते हैं। जिसका संबंध हनीमून से है। हैरान हो गए न, आप भी पूछेंगे कि किसी चांद का हनीमून से क्या संबंध? आगे मैं आपको इस संबंध के बारे में बताउं उससे पहले आप स्ट्रॉबेरी मून के बाकी नामों को भी जान लीजिए।
मून को इस नाम से भी पुकारा जाता है।
स्ट्रॉबरी मून को हॉट मून, हनी मून और रोज मून भी कहा जाता है। अमेरिकी स्पेस एंजेसी नासा के अनुसार इस बार का स्ट्रॉबेरी मून सुपरमून भी होगा। यानी आंशिक रूप से आकार में थोड़ा बड़ा होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह धरती के चारों तरफ अपनी अंडाकार कक्षा में चक्कर लगाते समय नजदीक आएगा। इस प्रक्रिया को पेरिजी कहते हैं।
कैसे पड़ा इस मून का नाम स्ट्रॉबेरी
दरअसल, उत्तरी अमेरिका के एल्गोनक्विन आदिवासियों ने इसका नाम स्ट्रॉबेरी मून रखा था। क्योंकि इसी समय उत्तरी अमेरिका में स्ट्रॉबेरी फल को काटने का समय होता है। हालांकि अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की एस्ट्राफिजिसिस्ट जैकी फैहर्टी के मुताबिक स्ट्रोबेरी मून का रंग लाल या गुलाबी एकदम नहीं होगा। ये अपनी पीली रोशनी के साथ ही दिखाई देगा। इसमें हल्का सा लाल रंग का असर होगा। इस चांद को देखना एक अलौकिक नजारा होगा। क्योंकि सूपरमून के समय चांद धरती के नजदीक होगा। चांद में आपको पहाड़, गड्ढे, घाटियां, क्रेटर के इम्पैक्ट आदि सब दिखाई देंगे।
स्ट्रॉबरी मून का हनीमून से क्या संबंध है?
दरअसल, स्ट्रॉबरी मून को हनीमून यूरोपियन लोग इसलिए कहते हैं, क्योंकि इस समय शहद के छत्ते तैयार हो चुके होते हैं और उसमें से शहद निकालने का समय होता है। साथ ही इस मून का शादी वाले हनीमून से भी संबंध है। क्योंकि जिस समय स्ट्राबेरी मून निकलता है, उस समय पूरी दुनिया में शादियों का सीजन होता है। लोग शादियों के बाद अक्सर हनीमून मनाने कहीं न कहीं जाते हैं। ऐसे में यूरोपिय लोग इस शानदार चांद को हनीमून के नाम से भी बुलाते हैं।
शाम में आप इस सूपरमून को देख सकते हैं
दुनिया के अलग-अलग स्थानों पर लोगों ने अपनी संस्कृति, समय, त्योहार और मौके के अनुसार इसे अलग-अलग नाम दिए हैं। इसमें कोई वैज्ञानिक तर्क नहीं दिया गया है। यह सिर्फ लोगों के मान्यताओं पर आधारित है। आप इस मून को शाम में सूरज के ढलते ही देख सकते हैं। हालांकि इसे देखने का असली मजा इसके उगने के थोड़ी देर बाद आएगा क्योंकि तब यह अपने पूरे स्वरूप में होगा।