हाइलाइट्स
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इंडिया हेड को लखनऊ से किया गिरफ्तार
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महादेव बुक, गेमिंग बेटिंग ऐप का इंडिया हेड
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अभय सिंह ने अरबों रुपए की जालसाजी की
Mahadev Satta App: छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप मामले में लगातार कार्रवाई हो रही है। इसी केस से जुड़े मामले में उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने इंडिया हेड को अरेस्ट किया है। एसटीएफ ने दोनों आरोपियों को लखनऊ से अरेस्ट किया है।
बता दें कि महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) के इंडिया हेड को गिरफ्तार किया गया है। यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से आरोपी अभय सिंह, संजीव सिंह को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अभय सिंह पर अरबों रुपए की जालसाजी का आरोप है। अभय का ही सहयोगी संजीव है।
कार्रवाई में जुटी एजेंसियां
महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) केस में पहले भी कई बड़े खुलासे हुए हैं। इससे जुड़े लोगों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। ED और छत्तीसगढ़ में EOW के बाद अब देश के दूसरे राज्यों की एजेंसियां भी इस केस में एक्शन ले रही है।
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की STF ने लखनऊ से अभय सिंह और संजीव सिंह को पकड़ा है। अभय महादेव बुक और दूसरे गेमिंग बेटिंग ऐप का इंडिया हेड बताया जा रहा है। संजीव उसका सहयोगी है।
इंडिया हेड बताए जा रहे अभय पर अरबों रुपए की गड़बड़ी करने का आरोप है।
4 हजार सिम दुबई भेजी थी
जानकारी के अनुसार महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) का नेटवर्क अभय सिंह का फुफेरा भाई अभिषेक दुबई से चलाता है। बताया जा रहा है कि 32 फर्जी कंपनियों के नाम पर भारत से 4 हजार सिम कार्ड दुबई भेजे थे।
इन्हीं सिम कार्ड्स के माध्यम से फर्जीवाड़े का यह पूरा खेल रचा गया था। इसी मामले में ये बात भी सामने आ रही है कि इस पूरे सिस्टम को ऑपरेट करने के लिए 10 हजार से भी अधिक युवाओं को नौकरी के नाम पर दुबई भेजा गया था।
सिम चालू होने पर 2 हजार कमीशन
आरोपी अभय से यूपी STF ने पूछताछ की है। इस दौरान अभय ने बताया कि उसे पहली तनख्वा 75 हजार रुपए मिली थी। इसके बाद उसे कॉर्पोरेट सिम खरीदने का जिम्मा दिया गया।
फर्जी (Mahadev Satta App) दस्तावेज से कंपनियों के नाम पर इन सिमों को रजिस्टर्ड किया गया। इसमें चेतन भी कुछ कंपनियों के डॉक्यूमेंट्स और फर्जी आधार कार्ड भेजता था।
इन सिमों के एक्टिवेशन पर 2 हजार रुपए का कमीशन भी दिया जाता था। शुभम इस पूरे नेटवर्क (Mahadev Satta App) का सुपरविजन करता था। वह महीने में ऐवरेज 150 से 200 सिम कार्ड चालू कराकर दुबई भेजता था।
फरवरी 2024 से कॉर्पोरेट सिम लेने पर कंपनी के साथ-साथ कर्मचारी के नाम का भी KYC होने लगा था। यह सभी बड़े खुलासे अभय ने किए हैं।
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ऐसे तैयार किया जालसाजी का तंत्र
आरोपी (Mahadev Satta App) अभय सिंह ने STF को जानकारी दी है कि उसकी बुआ का बेटा अभिषेक सिंह दुबई में रहता है। वर्ष 2021 में अभिषेक ने फोन पर बात की और कहा कि अपने क्षेत्र से गरीब और अनपढ़ लोगों को उनके नाम से सिम खरीदने के लिए तैयार करो।
इसके बदले ऐसे लोगों को महीने में 25 हजार रुपए वेतन भी दिया जाएगा। इसके बाद सिम (Mahadev Satta App) एक कंपनी से दूसरी कंपनी में पोर्ट कराते थे।
हर महीने 30-35 सिम पोर्ट कराकर भिलाई निवासी शुभम सोनी को दी गई। शुभम पहले से ही अभिषेक के साथ काम कर रहा था। सिम का UPC कोड अभिषेक के साथ काम कर रहा भिलाई का चेतन, उसे दिया जाता था।