भोपाल: मध्य प्रदेश में बाल विवाह का मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की ने आरोप लगाए हैं कि वह आगे पढ़ना चाहती है और उसके परिवार वालों ने जबरदस्ती उसकी शादी करवा दी। इतना ही नहीं नाबालिग लड़की ने चाइल्ड लाइन में गुहार लगाई है कि वह शादी के बंधन से मुक्त होना चाहती है।
बता दें कि यह संभवत: मध्य प्रदेश का ऐसा पहला मामला है जब किसी नाबालिग लड़की ने शादी के बाद बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाई है।
आगे पढ़ना चाहती है नाबालिग लड़की
यह मामला उमरिया जिले का है जहां 17 साल की नाबालिग लड़की ने चाइल्ड लाइन में परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। लड़की का आरोप है कि यह शादी उसकी मर्जी के खिलाफ कराई गई है और वह आगे पढ़ना चाहती थी लेकिन उसकी शादी कर दी गई जिससे की वह आगे पढ़ नहीं पाई।
सौतेले पिता ने कराई शादी
नाबालिग लड़की ने अपनी शिकायत में बताया कि उसके सौतेले पिता ने उसकी शादी कम उम्र में कर दी, इसलिए उसने चाइल्ड लाइन से इस बात की मांग की है कि उसकी शादी को शुन्य किया जाए और उसे इस शादी के बंधन से मुक्त किया जाए। लड़की ने बताया कि वह यह सब इसलिए कर रही है जिससे वह आगे पढ़ाई कर सके।
फिलहाल चाइल्ड लाइन ने शिकायत को महिला बाल विकास विभाग के जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी और बाल कल्याण समिति को भेज दिया है। अब इस मामले का फैसला कोर्ट करेगा।
35 साल के शख्स से 15 साल की नाबालिग की शादी
भोपाल चाइल्ड लाइन डायरेक्टर अर्चना सहाय ने बताया कि नाबालिग की शादी सौतेले पिता ने की थी। लड़की की शादी दो साल पहले गुना के मुअसा गांव में 35 साल के शख्स से की गई थी। शादी के वक्त लड़की की उम्र 15 साल की थी। वह शादी के बाद अपने ससुराल में सिर्फ सात दिन ही रही और फिर मायके चली आई। परिवार ने उसे ससुराल भेजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह आगे पढ़ाई करने की बात को लेकर अड़ी रही। इसके बाद नाबालिग लड़की अपनी मां और भाई के साथ भोपाल आकर रहने लगी।
अच्छे नंबरों से पास की 10वीं की परीक्षा
लड़की की मां ने अपनी बेटी का साथ दिया। मां की हिम्मत की वजह से लड़की भोपाल में रहने लगी और अपने भाई के साथ पढ़ाई करने लगी। लड़की ने इस साल दसवीं की परीक्षा अच्छे नंबरों से पास की है। अब वो आगे पढ़ना चाहती है। यही कारण है कि उसने अपनी शिकायत में इस बात को लेकर मांग की है कि उसके बाल विवाह को शून्य किया जाए।