हाइलाइट्स
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200 स्टील प्लांट आज से स्ट्राइक पर
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बिजली की बढ़ी हुई दरों का विरोध
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10% बढ़ सकती है लोहे की कीमत
Chhattisgarh Steel Plant Closed: छत्तीसगढ़ में जुलाई में बिजली कंपनी ने बिजली दरों में बढ़ोतरी की है। बिजली की बढ़ी हुई दर के चलते स्टील इंडस्ट्रीज के कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा था।
इसके चलते बढ़ी हुई बिजली की दरों के विरोध में बीते दिन 200 स्टील प्लांट बंद कर दिए गए। वहीं अगले चरण में फिर से पांच सौ स्टील प्लांट तक बंद किए जा सकते हैं।
मंगलवार को स्टील प्लांट (Chhattisgarh Steel Plant Closed) कारोबारी हड़ताल पर चले गए हैं। इंडस्ट्रीज एसोसिएशन का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानती और बिजली की कीमत कम नहीं की जाती है, तब तक हमारी हड़ताल जारी रहेगी, वहीं हर चरण में स्टील प्लांट बंद करने की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी। बता दें कि प्लांट बंद होने से लाखो लोगों के रोजगार पर भी इसका असर होना शुरू हो गया है।
सोमवार रात 200 स्टील प्लांट बंद
छत्तीसगढ़ में इंडस्ट्रीज को मिलने वाली बिजली दरों में बढ़ोतरी होने के कारण इसका विरोध किया जा रहा है। बढ़ी हुई बिजली दरों के चलते 29 जुलाई 2024 सोमवार रात 12 बजे से लगभग 200 स्टील, स्पंज आयरन और रोलिंग प्लांट में प्रोडक्शन बंद (Chhattisgarh Steel Plant Closed) हो गया है।
इस संबंध में छत्तीसगढ़ स्टील, स्पंज आयरन और रोलिंग मिल एसोसिएशन ने जानकारी दी कि जब तक बिजली की दरों में कमी नहीं की जाती है, प्रोडक्शन दोबारा से चालू नहीं होगा।
लोहे की कीमतों पर पड़ेगा असर
स्टील प्लांट में प्रोडक्शन बंद (Chhattisgarh Steel Plant Closed) होने से इसका असर भी लोहा बाजार में देखने को मिलेगा। जहां लोहे और स्टील की कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी।
बाजार में लोहा और स्टील का कारोबार करने वाले व्यापारियों का कहना है कि अगले एक सप्ताह में स्टील और लोहे के रेट में लगभग 10 फीसदी या इससे ज्यादा भी बढ़ोतरी हो सकती है। इसका असर निर्माण पर होगा।
ढाई करोड़ तक अतिरिक्त खर्च
एसोसिएशन का कहना है कि पहले चरण में जिन प्लांट को बंद (Chhattisgarh Steel Plant Closed) किया गया है, इन प्लांट में सबसे ज्यादा बिजली खर्च होती है। इसके बाद भी सरकार के द्वारा कोई उचित निर्णय नहीं लिया जाता है तो दूसरे चरण में 500 उद्योग बंद किए जाएंगे।
उद्योगपतियों की सबसे बड़ी मांग सिर्फ बिजली की दरों को सरकार कम करें। बिजली के बढ़े हुए टैरिफ के चलते उत्पादन की लागत बढ़ी है और हर प्लांट को लगभग 25 लाख से 2 करोड़ 50 लाख रुपए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। बिजली दर बढ़ने से इतनी कॉस्ट बढ़ गई है कि कारोबारियों को नुकसान होने लगा है।
7.60 रुपए यूनिट की गई बिजली दर
बता दें कि पिछली कांग्रेस सरकार में बिजली (Chhattisgarh Steel Plant Closed) की लागत 6 रुपए प्रति यूनिट की थी, लेकिन बीजेपी की सरकार छत्तीसगढ़ में आने के बाद इस दर में बढ़ोतरी की गई है।
बिजली की दर बढ़ाकर वर्तमान सरकार ने 7.60 रुपए प्रति यूनिट कर दिया है। इसके बाद से इस इंडस्ट्री में निर्माण की कॉस्ट ज्यादा आने लगी और कारोबारियों को नुकसान होने लगा। इसके बाद उद्योगपतियों ने विरोध शुरू कर दिया।
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चार लाख लोगों के रोजगार पर सीधा असर
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ी उद्योग इंडस्ट्री स्टील पर अब बिजली का करंट लगने से ये बंद (Chhattisgarh Steel Plant Closed) होने की कगार पर है। जहां 200 प्लांट बंद हो गए हैं। वहीं इस पर सरकार ने निर्णय नहीं लिया तो 500 फैक्ट्रियां और बंद हो जाएगी।
इसका सीधा असर चार लाख से अधिक लोगों के कारोबार, नौकरी, स्वरोजगार पर पड़ेगा। ये लोग इस स्टील इंडस्ट्री से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप जुड़े हुए हैं। बता दें कि इसमें अधिकतर लोग इन फैक्ट्री में डेली वेजेस में मजदूरी का काम करते हैं। इसके चलते जब तक प्लांट बंद रहेंगे, उन्हें कहीं काम नहीं मिलेगा।