नई दिल्ली। कई देशों के सामने ऐसे सकंट आये है इन के बाद वो देश पूरी तबाह हो गए उस तरह के संकट से ही कुछ श्रीलंका गुजर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है देश में महंगाई दर इतनी बाद गई है की लोग अपनी ज़रूरतों के सामान भी नहीं खरीद पा रहे है। लोग सड़कों से लेकर राष्ट्रपति भवन तक घुसकर प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थिति ऐसी बन चुकी है कि आजादी के बाद पहली बार श्रीलंका ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है। ऐसे में एक सवाल उठता है कि क्या होता है किसी देश का दिवालिया होना, कैसे किसी देश को दिवालिया घोषित किया जाता है आइए जानते है इसके पीछे की पूरी कहानी –
देश कैसे दिवालिया घोषित होता है ?
जब कोई भी देश दूसरे देशों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों से लिया गया उधार या उसकी किस्त समय पर नहीं चुका पाती है ऐसी स्थिति में देश को दिवालिया घोषित कर दिया जाता है। अभी हालहि में श्रीलंका को 7 करोड़ 80 लाख डॉलर का कर्ज चुकाने के लिए मई 2022 तक की छूट दी गई थी। हालांकि, अतिरिक्त छूट के बाद भी कोलंबो ऐसा करने में सफल नहीं रहा और आखिरकार दिवालिया घोषित कर दिया गया है। इस वक्त श्रीलंका की स्थिति और भी बदतर हो गई है। जनता सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है और राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांग रही है। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का पता नहीं है वो किसी सुरक्षित स्थान पर छुपे हुए है। जबकि जनता कि बीच आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
पाकिस्तान पर भी बढ़ रहा कर्ज का बोझ
पाकिस्तान पहले भी कई बार दिवालिया घोषित हो चूका है अब एक बार फिर दिवालिया होने कि कगार पर पहुंच रहा है। इससे पहले भी ऐसी स्थिति बन चुकी है लेकिन तब चीन या सउदी अरब ने कई बार पाकिस्तान कि मदद करते रहते है। इस वक्त एक बार फिर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बदहाल हो चली है। देश में राजनीतिक अस्थिरता के साथ आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। पाकिस्तान में रसोई गैस, बिजली, ईंधन और जरूरी दवाओं की कीमतें आसमान छू रही है. पैसे बचाने के लिए कराची के मॉल 10 बजे बंद कर दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान अब सिर्फ चीन से मदद की उम्मीद लगाए हुए है। नहीं तो पाकिस्तान फिर एक बार दिवालिया हो सकता है।