sputnik v vaccine: भारत ने कोरोना से लड़ने के लिए तीसरे टीके को दी मंजूरी, जानिए क्या है इसकी खासियत

नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने भारत में एक और कोरोना वैक्सीन sputnik V को आपातकालीन मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही अब देश में तीन कोरोना के टीके आ गए हैं। बतादें कि इससे पहले सरकार ने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार कोविशिल्ड और भारत बायोटेक-आईसीएमआर के टीके कोवैक्सीन को मंजूरी दी थी। वहीं अब रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V को मंजूरी मिलने के बाद महामारी से लड़ने के लिए एक और हथियार मिल गया है।
कंपनी ने पिछले सप्ताह सरकार से मांगी थी मंजूरी
बतादें कि हैदराबाद कि दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने पिछले सप्ताह ही भारत सरकार से स्पूतनिक वी के लिए मंजूरी मांगी थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने अब इसे आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने पिछले साल सितंबर में डॉ. रेड्डीज से भारत में क्लीनिकल ट्रायल के लिए पार्टनरशिप की थी।
कोरोना के खिलाफ 91.6 फीसद असरदार
वहीं अगर इस रूसी वैक्सीन के प्रभाव की बात करें, तो इसे कोरोना के खिलाफ 91.6 फीसद प्रभावी माना गया है। इसके साथ ही यूएई, भारत, वेनजुएला और बेलारूस में फेज-3 का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। इस वैक्सीन की खास बात ये है कि इसे रखने के लिए अत्यधिक ठंडे कोल्ड स्टोरेज की भी जरूरत नहीं होती है। यानी इसका उत्पादन भी अधिक किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 20 डॉलर
बतादें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पुतनिक-V के दो खुराक की कीमत करीब 20 डॉलर यानी लगभग 1500 रूपये रखी गई है। हालांकि, भारत में इसकी कीमत क्या होगी अभी यह तय नहीं किया गया है। स्पुतनिक-V के अलावा फाइजर और मॉडर्ना ने भी अपनी-अपनी वैक्सीन को 95 फीसद तक कारगर होने का दावा किया था। हालांकि आरडीआइएफ के सीईओे किरिल दिमित्रिव का कहना है कि स्पुतनिक-वी दूसरी वैक्सीन की तुलना में ज्यादा कारगर है। इसको देने के बाद न सिर्फ मजबूत प्रतिरक्षा विकसित होती है, बल्कि लंबे समय तक बनी भी रहती है।