Water Bottle Side Effects: कई बार लोग पानी की एक बोतल को न जाने कितनी बार इस्तेमाल करते हैं। जो वास्तव में हमारे शरीर के लिए बहुत खतरनाक है। पानी की बोतलों पर हुए हालिया स्टडी में बड़ा खुलासा हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोबारा यूज़ की जाने वाली बोतलों में टॉयलेट सीट की तुलना में लगभग 40,000 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होते है।
अमेरिका स्थित वेबसाइट waterfilterguru.com के एक हालिया अध्ययन नेदोबारा यूज़ की जाने वाली बोतलों पर हुई स्टडी ने सभी को हैरान कर दिया है। बता दें कि रिसर्चर्स की एक टीम बोतल के सभी हिस्सों की तीन-तीन बार जांच की।
40,000 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होते है
शोध के मुताबिक, बोतल पर दो प्रकार के बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई, जिनमें ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया और बैसिलस बैक्टीरिया शामिल हैं। रिसर्चर्स का कहना है कि ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया निमोनिया जैसे कई तरह के इन्फेक्शन्स के लिए जिम्मेदार होते हैं जबकि बेसिलस बैक्टीरिया गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स पैदा कर सकते हैं। इस शोध में बोतलों की सफाई की घरेलू चीज़ों से तुलना की गई और पाया गया कि टॉयलेट सीट की तुलना में लगभग 40,000 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होते है।
यह हमेशा हानिकारक नहीं होते
एक पालतू जानवर के पानी पीने के कटोरे में जितने बैक्टीरिया होते हैं, उससे 14 गुना ज्यादा बैक्टीरिया पानी की बोतल में होते हैं। हालांकि यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग माइक्रोबायोलॉजी डॉ साइमन क्लार्क ने कहा कि “यह हमेशा हानिकारक नहीं होते है”। चूंकि पानी की बोतलों में अधिकांश कीटाणु पहले से ही इंसानों के मुंह में होते हैं, इसलिए ऐसा कभी नहीं देखा गया कि इसे पीने के बाद कोई बीमार हो जाए। इसी तरह, नल को एक समस्या के रूप में नहीं देखा जाता है।