Smartphone Tips: आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं, लेकिन कई बार अनजाने में हम ऐसी सेटिंग्स ऑन रखते हैं, जो हमारी प्राइवेसी और डिवाइस सिक्योरिटी के लिए बड़ा खतरा बन सकती हैं।
ये सेटिंग्स न केवल आपका डेटा लीक कर सकती हैं बल्कि हैकिंग का खतरा भी बढ़ा सकती हैं। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत ही इन सेटिंग्स को बंद कर देना चाहिए।
यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताएंगे कि वो कौन सी तीन सेटिंग्स हैं जिन्हें आपको अभी बदल लेना चाहिए।
विज्ञापन आईडी हटाएं
जब भी आप पहली बार अपने एंड्रॉयड फोन में गूगल आईडी से लॉग इन करते हैं तो आपसे बहुत सारी अनुमतियां मांगी जाती हैं, जहां आप अनजाने में विज्ञापन डेटा शेयर विकल्प को चालू कर देते हैं और विज्ञापन के लिए अपना डेटा साझा कर देते हैं। यदि आपने भी ऐसा कुछ किया है, तो अब चिंता न करें।
ऐसे चेंज करें सेटिंग
फ़ोन सेटिंग्स पर जाएं इसके बाद Google पर क्लिक करें और यहां से Ads ऑप्शन पर जाएं और Delete Advertising ID को डिलीट कर दें। बस इतना करने से आपका डेटा अब विज्ञापन कंपनियों के पास नहीं जाएगा।
वेब एक्टिविटी
गूगल में एक अन्य सेटिंग भी छिपी हुई है, जिसके माध्यम से आप अपने सर्च रिजल्ट के आधार पर विज्ञापनों को प्रदर्शित होने से रोक सकते हैं। आपने देखा होगा कि जैसे ही आप गूगल पर कुछ सर्च करते हैं, कुछ समय बाद उससे संबंधित Advertisement अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर दिखने लगते हैं। इसलिए, आपको इस ऑप्शन को अभी बंद कर देना चाहिए।
ऐसे चेंज करें सेटिंग
इसके लिए सबसे पहले फोन की सेटिंग में जाएं और गूगल ऑप्शन में जाकर डेटा एंड प्राइवेसी ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद वेब एक्टिविटी पर क्लिक करें और यहां से इस विकल्प को बंद कर दें।
लोकेशन एक्टिविटी
अक्सर सुनने में आता है कि आपका फोन 24 घंटे आप पर नज़र रखता है। कुछ हद तक यह बात सही भी है, क्योंकि कई ऐसे एप हैं जो आपके खोलते ही लोकेशन सर्विस का इस्तेमाल करने लगते हैं, लेकिन इनके जरिए आपको ट्रैक किया जा सकता है।
ऐसे चेंज करें सेटिंग
तो अब फोन की सेटिंग्स में जाकर गूगल ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद फिर से डेटा एंड प्राइवेसी ऑप्शन पर क्लिक करें। थोड़ा नीचे स्क्रॉल करें और स्थान गतिविधि विकल्प को बंद करें।
Digital Banking Scams: आप भी हो सकते हैं फ्रॉड का शिकार, भूलकर भी न करें यह गलती, खो देंगे सारा पैसा!
पिछले कुछ सालों में साइबर और बैंकिंग धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रही है। अक्सर हम ऐसी घटनाओं के बारे में सुनते हैं जिनमें लोग धोखेबाजों द्वारा धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने फाइनेंशियल ईयर 2024 में बैंकिंग फ्राड के मामलों में वृद्धि पर एक रिपोर्ट जारी की। अप्रैल से सितंबर तक 18,461 धोखाधड़ी के मामले दर्ज किये गये, जिनमें कुल 21,367 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी शामिल थी।
यह पिछले साल की तुलना में बहुत अधिक है, जब केवल 14,480 मामले दर्ज किये गये थे और 2,623 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। पढ़ें पूरी खबर-