नई दिल्ली। Shukra Gochar 2022 वैभव, यश और भौतिक Shukra Gochar 2022 सुखों का कारक शुक्र shukra rashi parivartan 2022 ने मंगलवार यानि 18 अक्टूबर को अपना राशि परिवर्तन कर लिया है। जिसके बाद अब वे तुला राशि में प्रवेश कर गए हैं। grah gochar oct 2022 ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार शुक्र के राशि बदलने से परिवर्तन सभी राशियों पर शुभ- अशुभ प्रभाव पड़ेगा। ये गोचर किसके लिए कैसा रहने वाला है जानते हैं।
11 नवंबर तक रहें सतर्क —
आपको बता दें कार्तिक कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि यानि 18 अक्टूबर मंगलवार की रात में 1:40 मिनट पर शुक्र ने राशि बदल ली है। शुक्र को कला सौंदर्य, वैभव, प्रेम आकर्षक, भोग विलास का कारक माना जाता है। ये बुध की राशि कन्या से अपनी राशि तुला में प्रवेश कर चुके हैं। जो 11 नवंबर तक इसी स्थिति में रहकर सभी जातकों के जीवन पर प्रभाव डालेंगे। शुक्र के इस गोचर के साथ केतु भी गोचर करेंगे।
इस तत्व का कारक हैं शुक्र —
शुक्र ग्रह को सुख, विलासिता, आनंद, सुख-समृद्धि, रचनात्मकता, प्रेम, विवाह व जुनून का कारक शुक्र ग्रह होता है। ऐसे में 18 अक्टूबर को यह गोचर सभी राशियों के जातकों के पर दिखाएगा। यदि आप सिंगल हैं तो इस गोचर के दौरान अविवाहितों के विवाह हो सकते हैं।
इन कार्यों में बढ़ेगा प्रभाव —
चूंकि शुक्र ग्रह को सुख, विलासिता, आनंद, सुख-समृद्धि, रचनात्मकता, प्रेम, विवाह व जुनून का कारक शुक्र ग्रह होता है। शुक्र के ये गोचर जातकों में रचनात्मकता, प्रशंसा,विलासिता की वस्तुओं, जन्मजात प्रतिभा और व्यवसाय को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला है।
आइए जानते हैं इससे प्रभावित होने वाली राशियां-
मिथुन-
इस राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर लाभकारी सिद्ध होगा। इस गोचर काल में इन्हें करियर व व्यापार में सफलता मिलेगी। आर्थिक लाभ हेागा। इतना ही नहीं मार्केटिंग, शिक्षा व मीडिया क्षेत्र से जुड़े लोगों को विशेष लाभ होगा।
सिंह-
इस राशि के जातकों के लिए भी शुक्र का राशि परिवर्तन लाभकारी होने वाला है। इस दौरान आपको आर्थिक लाभ तो होगा ही साथ ही साथ करियर में बड़ी सफलता हासिल हो सकती है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं तो समय अच्छा है। इस दौरान भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।
मकर-
आपको बता दें मकर राशि वालों के लिए शुक्र का तुला राशि में प्रवेश बेहद शुभ फल देने वाला है। आपको किस्मत का भरपूर साथ मिलेगा। करियर में उछाल आ सकता है। भवन या वाहन सुख की प्राप्ति हो सकती है।
कुंडली में ऐसे देखें शुक्र की स्थिति —
तुला और वृष शुक्र की स्वराशि हैं। तो वहीं मीन इसकी उच्च राशि है। इसके अलावा कन्या राशि इसकी नीच की राशि है। यानि अगर आपकी कुुंडली में भी शुक्र इन स्थानों में बैठे हैं तो ये अपने भाव के अनुसार शुभ—अशुभ फल देंगे।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।