शहडोल। जिला अस्पताल Shahdol District Hospital में लगातार हो रही बच्चों की Shahdol Children Death मौत से अब स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े होने लगे हैं। जिला अस्पताल में आज 3 और बच्चों की तबीयत बिगड़ी है और तीनों की हालत नाजुक बताई जा रही है। बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। हालत ज्यादा खराब होने पर सिविल सर्जन ने बच्चों को जबलपुर रेफर किए जाने की बात भी कही है। आपको बता दें कि कुशा भाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में तबियत बिगड़ने के बाद अब तक 6 बच्चों Shahdol Children Death की मौत हो चुकी है। वहीं अब इस मामले में प्रशासन लीपापोती करने में लगा हुआ है। कमिश्नर नरेश पाल ने बयान देते हुए कहा कि पैरा मेडिकल स्टाफ की कोई लापरवाही नहीं है,बच्चे गंभीर हालत में अस्पताल लाए गए थे तो वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली और पूरे मामले को लेकर उनसे चर्चा भी की।
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6 बच्चों की हो चुकी है मौत
शहडोल के अस्पताल में 6 बच्चों की मौत Shahdol Children Death के मामले में सीएम ने आपात बैठक बुलाई है। शहडोल मामले को सीएम आपात बैठक में अधिकारियों से चर्चा किया। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले शनिवार को को एसएनसीयू में भर्ती 4 बच्चों की मौत हो गई थी। यह मौतें 24 घंटे के अंदर हुई थीं। इसमें से तीन बच्चे पीआईसीयू में और एक बच्चा एसएनसीयू में एडमिट था। बाद में दो और बच्चों की मौत हो गई। जबकि बाद में 2 और बच्चों ने दम तोड़ दिया।
एक साथ छह बच्चों की मौत हुई थी
गौरतलब है कि डेढ़ साल पहले ही जिला अस्पताल की इसी इकाई में एक साथ छह बच्चों की मौत हुई थी। इसके बाद लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को हटा दिया गया था। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में दोपहर में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
ये है मामला
शहडोल जिला अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती नवजात शिशुओं की मौत के मामले में लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं जिला अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि जिन बच्चों की मौत हुई है वे सभी अति गंभीर स्थिति में थे जिसके कारण उनको नहीं बचाया जा सका। प्रबंधन का कहना है कि बाकायदा अलग अलग डॉक्टर इन इकाईयों में ड्यूटी कर रहे हैं किसी तरह से लापरवाही नहीं की जाती है। जिनकी मौत हुई उनकी हालत पहले से ही नाजुक थी। यह भी जानकारी मिली है।
इन बच्चों की हुई है मौत
जिला अस्पताल के एसएनसीयू और पीआईसीयू में जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें ब़ुढार क्षेत्र केअरझुला निवासी पुष्पराज उम्र चार माह, सिंहपुर के बोडरी निवासी राज कोल तीन माह, पीआईसीयू में भर्ती प्रियांस उम्र दो माह और उमरिया जिला अस्पताल से रिफर होकर आई निशा उम्र तीन दिन शामिल हैं।