इंदौर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज से आर्शीवाद यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। सिंधिया मंगलवार सुबह 9.45 बजे इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। इसके बाद यहां से देवास पहुंचेंगे। देवास से सिंधिया आर्शीवाद यात्रा का शुभारंभ करेंगे। बीते दिनों उन्होंने मालवा क्षेत्र का दौरा किया था। यहां महाकाल के दर्शन के लिए सिंधिया उज्जैन गए थे। हालांकि उस समय उन्हें केंद्रीय मंत्री नहीं बनाया गया था। अब केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सिंधिया का यह पहला दौरा होगा। मंगलवार 17 अगस्त से सिंधिया देवास से अपनी आर्शीवाद यात्रा का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद 18 अगस्त को सिंधिया की आर्शीवाद यात्रा खरगौन पहुंचेगी। इसके बाद 19 अगस्त को सिंधिया की यात्रा इंदौर पहुंचेगी। वहीं केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक की यात्रा 19 अगस्त से ग्वालियर से शुरू होगी। 20 अगस्त को खटीक भोपाल पहुंचेगे। 21 अगस्त को सागर और विदिशा में सरकार की तमाम योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। 23 अगस्त को जबलपुर और 24 अगस्त को दमोह तथा टीकमगढ़ जिलों में वीरेंद्र की आर्शीवाद यात्रा पहुंचेगी। बता दें कि प्रदेश में सोमवार से मंत्रियों की आर्शीवाद यात्रा शुरू हो चुकी है।
मंत्रियों को दी गई जिम्मेदारी
इस यात्रा में मंत्रियों को जिलों में भ्रमण करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस यात्रा का शुभारंभ सोमवार से दतिया जिले से की जा चुकी है। केंद्रीय राज्य मंत्री एसपीएस बघेल सोमवार को दोपहर में दतिया पहुंचे। यहां पहुंचकर बघेल ने मां पीतांबरा के दर्शनों के साथ यात्रा की शुरुआत की। इस यात्रा के तहत सरकार के मंत्री जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी विभान्न माध्यमों से जनता तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। सभी मंत्रियों को अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है। सिंधिया भी आज से इस यात्रा में हिस्सा लेंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री बनाए गए वीरेंद्र खटीक भी ग्वालियर से अपनी आर्शीवाद यात्रा शुरू करेंगे। बघेल सोमवार को सबसे पहले दतिया पहुंचे। यहां मां पीतांबरा के दर्शन के बाद अपनी आर्शीवाद यात्रा की शुरुआत की। दोपहर 12:50 बजे गहोई वाटिका में आमसभा, पत्रकारों से चर्चा एवं कार्यकर्ताओं से मंत्री बघेल ने मुलाकात की। इसके बाद आशीर्वाद यात्रा झांसी चुंगी होते हुए बड़ौनी तिराहा, सोनागिरि चौराहा और सीतापुर से गोराघाट पहुंची। इसके बाद यह यात्रा डबरा होते हुए ग्वालियर ग्वालियर पहुची। यहां सोमवार शाम 4 बजे से लेकर रात साढ़े 10 बजे तक कई आयोजन किए गए।